Edited By Ajay kumar,Updated: 07 Jul, 2018 04:38 PM
2019 का लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक गलियारों में हलचल बढती जा रही है। इसी के मद्देनजर शनिवार काे मऊ जनपद के पालिका कमेटी हाल में बसपा कार्यकर्ताओं की एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
मऊ(जाहिद इमाम)-2019 का लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक गलियारों में हलचल बढती जा रही है। इसी के मद्देनजर शनिवार काे मऊ जनपद के पालिका कमेटी हाल में बसपा कार्यकर्ताओं की एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर, मुख्य अतिथि व मण्डल के जोनल कोऑर्डिनेटर रामकुमार कुरील समेत मण्डल के कई जनपदों के पदाधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक का उद्देश्य 2019 लोकसभा में पार्टी के उम्मीदवारों को विजयी बनाना है।
मंच पर दिखाई दिए बसपा छाेड़ चुके कुछ नेता
बसपा की इस मासिक समीक्षा बैठक में कुछ ऐसे भी चेहरे दिखायी पड़े जो बसपा से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुवात कर चुके हैं। जिसमें प्रमुख रूप से बसपा से घोसी लोकसभा के पूर्व सांसद बाल कृष्ण चौहान हैं। जो पार्टी को छोडकर चौहान बिरादरी की राजनीति करते हुए अपनी अलग पार्टी का गठन किया था। अब जब बड़े-बड़े रजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेता गठबंधन कर बीजेपी के खिलाफ में 2019 के लोकसभा के आम चुनाव में भाग लेंगे तो पिछले दिनों जो नेता पार्टियों से टाटा बाय बाय कर दिया था वो भी बसपा के मंच पर दिखाई पड़े। इन लाेगाें काे देखकर एेसे लगता है कि रजनीति में सबकुछ जायज है।
कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को साथ काम करने का निर्देश
आने वाले समय में सपा और बसपा के होने वाले सम्भावित महागठबंधन में अपनी जगह बनाने के लिए पहले से ही मुस्तैद दिखाई दे रहे हैं। 2019 के चुनाव की तैयारियों को लेकर इस बैठक में सभी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को एक साथ मिलकर एक बड़ी चुनावी कार्ययोजना के तहत कार्य करने का निर्देश दिया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जोनल कोऑर्डिनेटर ने बताया कि यह 2019 की तैयारी है। हम लोग प्रगति रिपोर्ट लेकर चुनाव में काम सौंपने का कार्य कर रहे हैं आैर 2019 में देश की कुर्सी पर पहुँचने की रणनीति बना रहे हैं। साथ ही बूथ स्तर पर चुनाव की तैयारियों की रणनीति भी बनाई जा रही है।
आजमगढ़ मण्डल के जोनल कोऑर्डिनेटर रामकुमार कुरील ने कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती का जो भी दिशा निर्देश होगा हम उसी को चुनाव लड़ाकर जिताने का काम करेंगे। आने वाले समय में गठबंधन को लेकर मेरी कोई टीका टिप्पणी नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जो भी निर्णय करेंगी वह हम सभी लोगों को मान्य होगा।