Edited By Ruby,Updated: 15 Mar, 2019 12:22 PM
लखनऊः आज बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक और डॉ बीआर अंबेडकर के बाद दलितों के संभवतः सबसे बड़े नेता कांशीराम का जन्मदिन है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांशीराम के जन्मदिन पर शत् शत् नमन व श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं...
लखनऊः आज बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक और डॉ बीआर अंबेडकर के बाद दलितों के संभवतः सबसे बड़े नेता कांशीराम का जन्मदिन है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांशीराम के जन्मदिन पर शत् शत् नमन व श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “परमपूज्य बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर के निर्वाण के बाद कई दशक तक गुमनाम व बिखरे पड़े उनके कारवाँ को बामसेफ, डीएस4 व बीएसपी मूवमेन्ट के माध्यम से ज़िन्दा करके उसको देश की राजनीति में सम्मान दिलाने वाले मान्यवर श्री कांशीराम जी को आज उनके जन्मदिन पर शत् शत् नमन व श्रद्धा सुमन।
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि “यूपी में बनी बीएसपी की सरकारों में इन महापुरुषों के साथ-साथ दलित व पिछड़े वर्ग में जन्मे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों को भरपूर आदर-सम्मान दिया गया क्योंकि सामाजिक परिवर्तन व समतामूलक समाज बनाने हेतु इनके संघर्षों व बलिदानों को भुलाना अससंभव है। जय भीम जय भारत ऐसे युग पुरुष का भी केन्द्र व राज्यों की सत्ता में रही पार्टियों ने वैसी ही उपेक्षा व तिरस्कार किया जैसाकि परमपूज्य डा अम्बेडकर का उनके जीवन में व देहान्त के बाद भी किया गया। हजारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है, बड़़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा-वे अलमोल रत्न थे।