भाई ही बना भाई की जान का दुश्मन, गरीबी दूर करने के लिए उतारा मौत के घाट
Edited By Ruby,Updated: 09 Feb, 2019 12:03 PM
शाहजहांपुरः कहते हैं बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया और यही बात शाहजहांपुर में चरितार्थ होते हुए भी दिख रही है। यहां एक भाई ने अपने ही सगे भाई को मौत के घाट उतार दिया क्योंकि हत्यारा भाई बीमे में नॉमिनी था और बीमे के पैसे से अपनी गरीबी दूर करना...
शाहजहांपुरः कहते हैं बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया और यही बात शाहजहांपुर में चरितार्थ होते हुए भी दिख रही है। यहां एक भाई ने अपने ही सगे भाई को मौत के घाट उतार दिया क्योंकि हत्यारा भाई बीमे में नॉमिनी था और बीमे के पैसे से अपनी गरीबी दूर करना चाहता था। फिलहाल पुलिस ने हत्यारे भाई और उसके दोस्त को जेल भेज दिया है।
घटना थाना मिर्जापुर के तारा गांव की है। यहां के रहने वाले प्रदीप की खून से लथपथ लाश 31 जनवरी 2018 को सड़क के किनारे मिली थी। मृतक के भाई और परिवार के लोगों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था। उस वक्त परिजनों ने सड़क दुर्घटना में मौत होने की बात कही थी, लेकिन पुलिस की तफ्तीश में जो खुलासा हुआ उसने पुलिस को भी सकते में डाल दिया।
पुलिस की मानें तो मृतक प्रदीप ने 24 लाख रुपए का अपना बीमा करवाया था और अपने छोटे भाई कुलदीप को नॉमिनी बनाया था। बीमा कराने के कुछ महीने बाद ही छोटे भाई की नियत बदल गई। बीमे की रकम हासिल करने के लिए छोटे भाई कुलदीप ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर पहले अपने भाई को गोली मारी और फिर उसका गला रेत कर हत्या कर दी। जिसके बाद लाश को सड़क के किनारे फेंक दिया गया। आरोपी भाई पुलिस को दुर्घटना में मौत होने की बात करता रहा जबकी उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी जिससे पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा कर दिया।