Edited By Deepika Rajput,Updated: 07 Dec, 2019 12:32 PM
उन्नाव रेप पीड़िता आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई और शुक्रवार रात सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पीड़िता के भाई ने बहन के लिए न्याय की मांग करते हुए शनिवार को कहा कि आरोपियों का भी वही हश्र होना चाहिए जो ‘उसकी बहन ने झेला।
लखनऊः उन्नाव रेप पीड़िता आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई और शुक्रवार रात सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पीड़िता के भाई ने बहन के लिए न्याय की मांग करते हुए शनिवार को कहा कि आरोपियों का भी वही हश्र होना चाहिए जो ‘उसकी बहन ने झेला।' उन्होंने कहा, ‘उसने मुझसे मिन्नत की कि भाई मुझे बचा लो। उन्होंने कहा कि बहुत दुखी हूं कि मैं उसे बचा नहीं सका।'
उल्लेखनीय है कि, सफदरजंग अस्पताल में उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार देर रात अंतिम सांस ली। सफदरजंग अस्पताल के बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी के अध्यक्ष डॉ. शलभ कुमार ने बताया कि लड़की को गंभीर हालत में गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन कल रात करीब साढ़े आठ उसकी तबियत बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने दवाई की डोज भी बढ़ाई, लेकिन करीब 11:10 पर उसे दिल का दौरा पड़ा और 11:40 पर अंतिम सांस ली।
बता दें कि पीड़िता ने एसडीएम दयाशंकर पाठक के सामने दिए बयान में बताया था कि वह मामले की पैरवी के लिए रायबरेली जा रही थी। जब वह गौरा मोड़ के पास पहुंची थी तभी पहले से मौजूद गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी और बलात्कार के आरोपित शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी ने उस पर हमला कर दिया और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि शिवम और शुभम ने दिसंबर 2018 में अगवा कर उससे बलात्कार किया था। हालांकि, इस संबंध में प्राथमिकी मार्च में दर्ज की गई थी।