Edited By Ramkesh,Updated: 29 Dec, 2020 02:46 PM
उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत हुए बिकरू कांड को लगभग 6 महीने पूरे हो चुके हैं लेकिन पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अपराधी विकास दुबे से जुड़े लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं ।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत हुए बिकरू कांड को लगभग 6 महीने पूरे हो चुके हैं लेकिन पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अपराधी विकास दुबे से जुड़े लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं । अभी कुछ दिन पहले ही विकास दुबे से संबंधों के चलते एक सरकारी कर्मचारी निलंबित हुआ था तो आज मंगलवार को भी अपराधी विकास दुबे से घनिष्ठ संबंधों की पुष्टि होने के बाद चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि SIT की जांच में भी चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी आलोक पांडे का नाम आया था । SIT ने अपनी जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया था कि चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी लगातार अपराधी विकास दुबे के संपर्क में थे और उसके कहने पर ही कार्य करते थे । विकास दुबे का इतना जबर्दस्त प्रभाव था कि उससे कहने पर ही बिकरू और आस पास के क्षेत्र में मनरेगा व अन्य योजनाएं के तहत काम होता था।
उन्होंने कहा खंड विकास अधिकारी आलोक पांडे पर लगे आरोप बेहद गंभीर थे जिसके चलते सरकार के निर्देश पर आलोक पांडे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन की पुष्टि करते हुए सीडीओ महेंद्र कुमार ने कहा कि सरकार के दिशा निर्देश पर चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी आलोक पांडे को आज निलंबित कर दिया गया है।