Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Apr, 2018 10:52 AM
सपा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आह्वान किया कि 2019 के आम चुनावों में सपा-बसपा गठबंधन को सफलता दिलाने में सभी एकजुट होकर लक्ष्य की प्राप्ति करेंगे। यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि....
लखनऊ: सपा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आह्वान किया कि 2019 के आम चुनावों में सपा-बसपा गठबंधन को सफलता दिलाने में सभी एकजुट होकर लक्ष्य की प्राप्ति करेंगे। यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा की शानदार जीत से भाजपा के बोल बिगड़े हैं, भाषा की मर्यादा टूट गई है। सपा और बसपा के परस्पर सहयोग को षडयंत्र बताया जा रहा है। भाजपा अपने दुष्प्रचार से 2019 के आम चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश में है।
उन्होंने कहा कि पार्टी का एजेंडा विकास है और उसका लक्ष्य सामाजिक सछ्वाव तथा लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करना है। राजनीति में जाति-धर्म का घालमेल नहीं होना चाहिए। भाजपा द्वारा समाज के ध्रुवीकरण की खतरनाक राजनीति से जनता को सचेत और सतर्क करने में हमें जरा भी चूक नहीं करनी चाहिए। यादव ने कहा कि आज स्थिति यह है कि उत्तर प्रदेश में अपराधों पर कोई रोक नहीं है। न्याय की बात कोई सुनने वाला नहीं है। राजभवन जो पहले बहुत सक्रिय रहता था आजकल मौन है। चारों तरफ मंहगाई और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सपा से भाजपा सरकार का काम में कोई मुकाबला नहीं है इसलिए विकास के झूठे दावे किए जा रहे हैं। इन्वेस्टर्स समिट का बड़ा हल्ला मचा लेकिन प्रदेश में पूंजी और उद्योग लगाने का वादा करने वाले कहां गुम हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस और भाजपा की नीतियां सामाजिक न्याय की विरोधी हैं जबकि उनकी पार्टी इस मत की है कि आबादी के हिसाब से अधिकार और अवसर मिलना चाहिए। आधार के जरिए जनगणना आसानी से हो सकती है। तभी समाजवादी व्यवस्था लागू होगी। उन्होंने कहा कि जिस समाज में घोर गरीबी और बेरोजगारी हो वहां भाजपा समरसता की बात कैसे कर सकती है। देश में 20 करोड़ लोग भूखे सोने को मजबूर हैं। कर्ज, बेकारी और गरीबी से तंग आकर 4 वर्ष में लगभग 50 लाख किसान खेती छोड़कर पलायन कर गए हैं। आए दिन किसान आत्महत्या कर रहे हैं। दुनिया के किसी भी देश में आत्महत्या किसान आत्महत्या नहीं करता है। किसानों पर 12 लाख 60 हजार करोड़ का कर्ज है जबकि बड़े पूंजी घरानों का 17 लाख करोड़ रूपए का ऋण माफ कर दिया गया।
यादव ने कहा कि नौजवान बेरोजगारी के शिकार है। उन्हें 2 करोड़ नौकरी देने का भाजपा का वादा कोरा ही रहा। युवा पीढ़ी पर हताशा और कुंठा की काली छाया है। भाजपा राज में कानून की धज्जियां उड़ रही हैं। यह सरकार बलात्कारियों का बचाव कर रही है। बेटी बचाओं का नारा देती है और रोज ही बच्चियां दुष्कर्म की शिकार हो रही हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी से व्यापार चौपट है। छोटे-छोटे लाखों उद्योग बंद हो गए हैं। चीन से एक साल में जितना आयात होता है उतना तो प्रदेश का बजट है।
अखिलेश यादव ने कहा कि देश के करोड़ों बच्चों के पास किताबें नहीं है। देश के 37 प्रतिशत स्कूलों में बिजली नहीं है। प्रदेश में बच्चों को घटिया किस्म के बैग, स्वेटर, जूते-मोजे दिए गए जो चंद दिनों में ही फट गए। भाजपा की कोशिश है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को तहस नहस किया जाए। लोकतंत्र की व्याख्या भाजपा अपनी सुविधा के अनुसार करती हैं। भाजपा की अफवाहों को जनता ही रोक सकती है। समाजवादी पार्टी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि कोई लोकतंत्र के साथ छल न कर सके। उन्होंने आह्वान किया कि 2019 के चुनावों में सपा-बसपा गठबंधन को सफलता दिलाने में सभी एकजुट होकर लक्ष्य की प्राप्ति करेंगे।