Edited By Ruby,Updated: 01 Jul, 2019 05:38 PM
लखनऊः उत्तर प्रदेश में 17 पिछड़ी जातियों (ओबीसी) को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने पर बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा है कि मायावती खुद इस मुद्दे पर राजनीति कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मायावती जिस समाज...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में 17 पिछड़ी जातियों (ओबीसी) को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने पर बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा है कि मायावती खुद इस मुद्दे पर राजनीति कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मायावती जिस समाज में रहती है उसकी ही राजनीति करती हैं।
स्वास्थ्य मंत्री व बीजेपी प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने जो 17 एससी एसटी को जोड़ा है वो मामला कोर्ट में भी गया था। कोर्ट ने आदेश दिए थे कि सरकार इसमें निर्णय ले सकती है, लेकिन फाइनल आर्डर कोर्ट द्वारा ही मान्य होगा। उन्होंने कहा कि मायावती और अखिलेश सरकार ने कभी इन लोगों के लिए निर्णय नहीं लिया, लेकिन हमारी सरकार ने जिनको पिछले 10 सालों से फायदा नहीं मिला उनको बारें में सोचा है।
बता दें कि मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि आगामी उपचुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए बीजेपी ने ये फैसला लिया है, जो संविधान की धज्जियां उड़ाने के समान है।मायावती ने कहा कि जाति फेरबदल को लेकर सिर्फ संसद इसका फैसला ले सकती है। ये आदेश पूरी तरह गैर-कानूनी है। सरकार ने 17 जातियों को धोखा देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस आदेश को वापस लिया जाए, क्योंकि ओबीसी जातियों को इसका लाभ नहीं मिलने वाला है। ज्ञात हो कि 17 पिछड़ी जातियों (ओबीसी) को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने के प्रस्ताव पर सीएम योगी ने मुहर लगा दी है। हाईकोर्ट की सहमति मिलने के बाद सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।