Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Apr, 2020 08:00 PM
कोरोना वायरस के खिलाफ पूरा देश जंग लड़ रहा है। नेता से लेकर अभिनेता तक इस जंग में बढ़ चढ़ कर मदद कर रहे हैं, लेकिन हरदोई के विधायक श्याम प्रकाश ने पहले मदद का ढिंढोरा पीट कर अब उम्मीद लगाए बैठी जनता को ठेंगा दिखाया है...
हरदोईः कोरोना वायरस के खिलाफ पूरा देश जंग लड़ रहा है। नेता से लेकर अभिनेता तक इस जंग में बढ़ चढ़ कर मदद कर रहे हैं, लेकिन हरदोई के विधायक श्याम प्रकाश ने पहले मदद का ढिंढोरा पीट कर अब उम्मीद लगाए बैठी जनता को ठेंगा दिखाया है। हालांकि विधायक ने इसके पीछे भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया है।
जानिए क्या है मामला
ऐसे में हरदोई के गोपामऊ से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार, कमीशन खोरी का हवाला देते हुए निधि की राशि लौटने की मांग की है। विधायक ने सैनिटाइजर, मास्क व उपकरणों की खरीद के लिए अपनी निधि से 25 लाख रुपए दिए थे। इससे पहले 16 अप्रैल को विधायक ने पत्र लिखकर सीडीओ से खर्च का हिसाब मांगा था। लेकिन जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने पत्र लिखकर धनराशि वापस देने की बात कही है।
इस वजह से मांगी विधायक निधि वापस
इसके चलते 26 मार्च को पत्र लिखकर भाजपा विधायक ने 25 लाख रुपए की निधि मुख्य विकास अधिकारी को यह कहकर दी थी कि उनके इलाके की सीएचसी, पीएचसी में चिकित्सा की सामग्री किट और इलाके की जनता के लिए सैनिटाइजर और मास्क की खरीद की जाए। लेकिन प्रशासन विधायक निधि से अब तक न तो सैनिटाइजर खरीद पाया और न ही कोई मास्क या चिकित्सा सामग्री ही खरीदी गई। 16 अप्रैल को विधायक श्याम प्रकाश ने सीडीओ को पत्र लिखकर यह जानकारी चाही कि उनकी निधि से अब तक सामान क्यों नहीं खरीदा गया? लेकिन उस चिट्ठी का कोई भी जवाब विधायक को नहीं मिला।
'चिकित्सा सामग्री खरीद में भ्रष्टाचार का बोलबाला'
इस बीच चिकित्सा सामग्री में खरीद-फरोख्त को लेकर भ्रष्टाचार की खबरें जब सामने आई, तो इन खबरों का हवाला देते हुए विधायक श्याम प्रकाश ने पाला बदला और अपनी विधायक निधि यह कहकर वापस मांग ली कि चिकित्सा सामग्री खरीद में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। लिहाजा उनकी निधि को वापस कर दिया जाए ताकि उनकी निधि सही काम में जनता के काम आ सके।
इस बारे में डीएम ने दिया ये बयान
इस बारे में डीएम पुलकित खरे ने बताया कि, इस संबंध में उनकी सीडीओ निधि गुप्ता से बात हुई। उन्होंने बताया कि सैनिटाइजर और मास्क की इन दिनों खासी किल्लत है। जेल से प्रतिदिन बनने वाले 800 मास्क और एक स्वयं सेवी संस्था के द्वारा प्रतिदिन 1000 मास्क बनाए जाते हैं। इसके अलावा हरियावां शुगर मिल से सैनिटाइजर की खरीद की जा रही है। और भी कई विधायकों ने अपनी निधि से फंड दिया है। लेकिन सामान पर्याप्त मात्रा में न मिल पाने की वजह से अभी तक इस निधि से कोई खरीदारी नहीं की जा सकी है। हालांकि ऑर्डर बरेली और मुरादाबाद में दिया गया है।