Edited By Anil Kapoor,Updated: 20 Jun, 2018 12:49 PM
उत्तर प्रदेश विद्युत विभाग के अधिकारियों पर समुदाय विशेष के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगाने के बाद भाजपा के एक विधायक ने इस ‘चयनात्मक’ रवैये पर नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी कि वह राज्य विधानसभा में यह मुद्दा उठाएंगे।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विद्युत विभाग के अधिकारियों पर समुदाय विशेष के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगाने के बाद भाजपा के एक विधायक ने इस ‘चयनात्मक’ रवैये पर नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी कि वह राज्य विधानसभा में यह मुद्दा उठाएंगे।
कौशाम्बी जिले की चयल विधानसभा सीट से भाजपा विधायक संजय कुमार ने हाल ही में टेलीफोन बातचीत के दौरान बिजली विभाग की चयनात्मक कार्रवाई पर नाराजगी का इजहार किया था। उनकी बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। टेलीफोन पर विधायक को बिजली विभाग के एक अधिकारी से कहते सुना जा सकता है कि कृपया मुझे आंकड़े दीजिए कि आपने एक अप्रैल से अब तक कितने मुस्लिम घरों में छापे मारे हैं। यह भी बताइए कि आपने कितने लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।नाराज संजय कुमार अधिकारी को धमका रहे हैं कि मैं आपके खिलाफ एफआईआर कराऊंगा।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम इलाकों में जाइए। जहां 90 फीसदी बिजली चोरी के लिए मुस्लिम जिम्मेदार हैं। मुझे आंकड़े दीजिए कि आपने कितने मुस्लिमों के खिलाफ एफआईआर कराई। मैं यह मामला लखनऊ ले जाऊंगा। केवल हिन्दुओं को उत्पीड़ित करना आप लोगों की आदत बन गई है। विधायक अपने समर्थकों के साथ बिजली विभाग गए थे।
उन्होंने यह भी कहा कि चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, सिख या ईसाई सबका बिजली कनेक्शन चेक होना चाहिए। अगर चेकिंग धार्मिक आधार पर होगी तो मैं जनता का सामना नहीं कर पाऊंगा। बाद में संवाददाताओं से बातचीत में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता अविनाश सिंह ने कहा कि राज्य सरकार का इरादा बिजली चोरी रोकना है ताकि भलीभांति विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। विधायक ने कहा कि वह भी चाहते हैं कि बिजली चोरी रुके और राजस्व बढ़े लेकिन किसी समुदाय विशेष के प्रति चयनात्मक रवैया नहीं होना चाहिए।