Edited By Ruby,Updated: 02 Dec, 2018 02:33 PM
2019 के लोकसभा चुनावों में अपनी जीत पक्की करने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अभी से तैयारी करनी शुरू कर दी है। वहीं बीजेपी भी पीछे नहीं हैं। बीजेपी ने पांव-पांव, गांव-गांव व शहर-शहर (पदयात्रा) का अभियान शुरू किया है। वहीं इस बीच मेरठ में किठौर...
मेरठः 2019 के लोकसभा चुनावों में अपनी जीत पक्की करने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अभी से तैयारी करनी शुरू कर दी है। वहीं बीजेपी भी पीछे नहीं हैं। बीजेपी ने पांव-पांव, गांव-गांव व शहर-शहर (पदयात्रा) का अभियान शुरू किया है। वहीं इस बीच मेरठ में किठौर विधानसभा में कमल संदेश पदयात्रा शुभारंभ के दौरान मंडल मंत्री ने जिलाध्यक्ष पर कार्यक्रम में देरी से पहुंचने पर उठक-बैठक लगाने का आरोप लगाया है।
दरअसल, गांव सिसौली में शनिवार को पदयात्रा के तहत कार्यक्रम आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में कुछ कार्यकर्ता देरी से पहुंचे। आरोप है कि जिलाध्यक्ष रविंद्र भड़ाना ने इस बात से नाराज होकर कार्यकर्ताओं से उठक बैठक लगाई और अभद्र व्यवहार किया। जिससे नाराज कार्यकर्ता कार्यक्रम से चले गए। खरखौदा मंडल मंत्री ने इस मामले की शिकायत प्रांतीय नेतृत्व से करने की बात कही है।
वहीं जिलाध्यक्ष ने ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की तैयारी चल रही थी और रूपरेखा के बारे में बताया जा रहा था। उन्हें बैठने के लिए कहा गया, उठक-बैठक नहीं लगवाई। उठक-बैठक लगवाने का आरोप गलत है। बता दें कि महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में यह पदयात्रा 15 दिसंबर तक चलेगी। इस दौरान भाजपाई लोगों को मोदी और योगी सरकार के काम याद दिलाएंगे।