Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Apr, 2018 06:41 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर आत्महत्या का प्रयास करने वाली गैंगरेप पीड़िता के पिता की मौत के बाद बीजेपी विधायक और उसके भाई की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिसके चलते राष्ट्रीय मानवाधिकार...
उन्नावः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर आत्महत्या का प्रयास करने वाली गैंगरेप पीड़िता के पिता की मौत के बाद बीजेपी विधायक और उसके भाई की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिसके चलते राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उन्नाव प्रकरण का मामला संज्ञान में लिया है। आयोग ने पूरे मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मुख्य सचिव और डीजीपी से मांगी है।
इतना नहीं उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 24 घंटे के अंदर रेप पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत का डीजीपी से जवाब मांगा है। वहीं रेप पीड़िता की एफआईआर थाने में दर्ज ना होने पर भी कड़ा ऐतराज जताया है। साथ ही उन्होंने इसका कारण भी पूछा है।
आयोग ने पुलिस प्रशासन को फटकार लगाते हुए पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में हुई मौत और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 19 घावों के बारे में भी जवाब मांगा है। उन्होंने सख्ती से 4 हफ्तों के अंदर पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपने को कहा।
इसके साथ ही आयोग ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने के मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव अपने स्तर पर खुद पीड़ित के परिवार की निगरानी करें। ये काम किसी और अधिकारी के भरोसे ना छोड़े जाएं।