Edited By Ajay kumar,Updated: 29 May, 2019 03:36 PM
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने आईएमटी कॉलेज को एक बड़ा झटका देते हुए आज कॉलेज को आवंटित करोड़ों रुपए मूल्य के 10 हज़ार 841 वर्ग गज जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया।
गाजियाबाद: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने आईएमटी कॉलेज को एक बड़ा झटका देते हुए आज कॉलेज को आवंटित करोड़ों रुपए मूल्य के 10 हज़ार 841 वर्ग गज जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने जीडीए अधिकारियों की बनाई कमेटी की रिपोर्ट पर यह फैसला लिया है। अब जीडीए का संपत्ति विभाग इस मामले में आईएमसी मैनेजमेंट को पत्र लिखकर जमीन आवंटन के निरस्त होने की जानकारी लिखित में देगा।
आपको ज्यादा जानकारी के लिए बता दें कि गत दिनों भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और नगर निगम पार्षद राजेन्द्र त्यागी ने इस मामले को उठाते हुए आईएमटी कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया था कि करीब 10 हजार 841 वर्ग गज जमीन आईएमटी कॉलेज प्रशासन ने अवैध रूप से कब्जाई है। इतना ही नहीं आईएमटी ने संशोधित नक्शा पास कराकर इस जमीन को अपने कब्जे में लेकर उसपर छात्रावास भी बना दिया। इस पूरे मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल को भी की गई थी।
इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने इस मामले में चार अफसरों की एक समिति बनाई थी। जिसने पूरे मामले की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट कंचन वर्मा को सौंपी थी.सौपी गई रिपोर्ट के आधार पर जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने आज इस मामले में कार्रवाई करते हुए आज आईएमटी कॉलेज की जमीन को निरस्त कर दिया है।