Edited By Umakant yadav,Updated: 28 Oct, 2020 04:42 PM
उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग लगातार किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में बना रहता है। ताजा मामला शाहजहांपुर के भावलखेड़ा सरकारी अस्पताल से सामने आया है। जहां भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले सरकारी...
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग लगातार किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में बना रहता है। ताजा मामला शाहजहांपुर के भावलखेड़ा सरकारी अस्पताल से सामने आया है। जहां भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले सरकारी डॉक्टर की चर्चा तेज है। दरअसल, महीना पूरा होने से पहले ही हाजिरी रजिस्टर पर सरकारी डॉक्टर की महीनेभर की हाजिरी लगी फोटो वायरल हो रही है। हाजिरी रजिस्टर की फोटो वायरल होने पर सीएमओ ने जांच के आदेश दे दिए है। वहीं डॉक्टर का कहना है कि किसी ने उनके साथ शरारत की है।
बता दें कि सरकारी अस्पताल से डाक्टरों की उपस्थिति पंजिका का एक फोटो मंगलवार (27 अक्टूबर) को सोशल मीडिया पर अचानक वायरल होने लगा। जिसमें डॉक्टर कौशल कुमार मिश्रा की उपस्थिति 30 अक्टूबर तक दर्ज की गई है। यानि की अब डॉक्टर साहब की महीनेभर की हाजिरी तो लग गई, अब वह मरीजों को देखे या न देखें सरकार से सैलरी पूरी मिलेगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं। जब इसकी चर्चा चारों तरफ फैली तो डॉक्टर कौशल कुमार मिश्रा खुद सीएमओ के पास पहुंचे और खुद को निर्दोष बताते हुए उपस्थिति पंजिका पर हाजिरी लगाने को किसी की शरारत बताया, फिलहाल सीएमओ ने जांच के आदेश दिए हैं।
सीएमओ एसपी गौतम ने बताया कि डाक्टर मिश्रा मेरे पास आए थे। वह खुद को निर्दोष बताते हुए महीने भर की हाजिरी को लेकर किसी की शरारत बता रहे थे। फिलहाल इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी।