BHU में पढ़ाई जाएगी ‘भूत विद्या’, 6 महीने के कोर्स के बाद मिलेगी सर्टिफिकेट

Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Dec, 2019 04:22 PM

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) एक ऐसा कोर्स शुरू करने जा रहा है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे। दरअसल विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब यहां ‘भूत विद्या’ की पढ़ाई...

वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) एक ऐसा कोर्स शुरू करने जा रहा है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे। दरअसल विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब यहां ‘भूत विद्या’ की पढ़ाई कराने का फैसला लिया है। इसके लिए बाकायदा 6 महीने का कोर्स निर्धारित किया गया है। इस कोर्स के बाद छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। 

आयुर्वेद की 8 बुनियादी शाखाओं में से एक है भूत विद्या अष्टांग
बता दें कि भूत विद्या भूत-संबंधी बीमारियों और मानसिक विकारों के इलाज के आयुर्वेदिक उपचार से संबंधित है। भूत विद्या अष्टांग आयुर्वेद की आठ बुनियादी शाखाओं में से एक है। यह मुख्य रूप से मानसिक विकारों, अज्ञात कारणों और मन या मानसिक स्थितियों के रोगों से संबंधित है। बीएचयू में आयुर्वेद संकाय, भूत विद्या की एक अलग इकाई बनाने और विषय पर एक सर्टिफिकेट कोर्स डिजाइन करने वाला देश का पहला संकाय है।

इस आयुर्वेद शाखा के लिए 6 महीने पहले एक अलग इकाई स्थापित करने के प्रयास शुरू हुए थे। संकाय में सभी 16 विभागों के प्रमुखों की बैठक के बाद इस प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया गया था। फिर यह प्रस्ताव विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद को भेजा गया, जिसने अष्टांग आयुर्वेद की बुनियादी शाखाओं में से एक पर एक अलग इकाई और एक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम को मंजूरी दी।

मनोवैज्ञानिक विकारों के अध्ययन में करेगी मदद
संकाय में एसोसिएट प्रोफेसर आयुर्वेद वैद्य सुशील कुमार दुबे ने बताया कि नई इकाई भूत विद्या से संबंधित विभिन्न चीजों के अध्ययन में मदद करेगी, जो पूरी तरह से आयुर्वेदिक तरीके से मनोवैज्ञानिक विकारों और असामान्य मानसिक स्थिति से संबंधित है।

भूत विद्या एक मनोचिकित्सा है
भूत विद्या एक मनोचिकित्सा है और छह महीने के सर्टिफिकेट कोर्स में, डॉक्टरों को मनोचिकित्सा संबंधी विकारों और असामान्य कारणों से होने वाली असामान्य मनोवैज्ञानिक स्थितियों के इलाज के लिए उपचार और मनोचिकित्सा के बारे में सिखाया जाएगा, जिसे कई लोग भूत की वजह से होना मानते हैं।

MBBS और BAMS डिग्री धारकों को सिखाया जाएगा उपचार
पहले बैच की कक्षा जनवरी से शुरू होगी और आयुर्वेद संकाय द्वारा संचालित की जाएगी। 'भूत' के कारण होने वाले मानसिक विकारों और बीमारियों का उपचार बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) और बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) डिग्री धारकों को सिखाया जाएगा।

बनाई गई है भूत विद्या की अलग इकाई
आयुर्वेद संकाय की डीन यामिनी भूषण त्रिपाठी के अनुसार, "ब्रांच के बारे में डॉक्टरों को औपचारिक शिक्षा प्रदान करने के लिए आयुर्वेद संकाय में भूत विद्या की एक अलग इकाई बनाई गई है।

 

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