Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 May, 2018 08:03 AM
ताजनगरी आगरा में आगरा विकास प्राधिकरण में नए विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष राधेश्याम मिश्रा के सारे दावे खोखले साबित होते जा रहे हैं, जिसमें योगी सरकार में भी चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
आगरा: ताजनगरी आगरा में आगरा विकास प्राधिकरण में नए विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष राधेश्याम मिश्रा के सारे दावे खोखले साबित होते जा रहे हैं, जिसमें योगी सरकार में भी चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। ठेकेदारों का आगरा विकास प्राधिकारण से कांट्रैक्ट एक साल के लिए होता है, जो विशिष्ट श्रेणी में पथकर से दिया जाना है।
जानकारी के अनुसार इस कांट्रैक्ट में विशिष्ट श्रेणी तय की और ककोई भी टैंडर में प्रतिभाग कर सकता है, इसके लिए आगरा विकास प्राधिकरण में रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है, लेकिन इस टेंडर के विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से शर्तों में हेर-फेर कर दिया गया है ताकि कोई दूसरा ठेकेदार प्रतिभाग न कर सके और टेंडर एक बार फिर पुराने ठेकेदार को ही मिल जाए।
टैक्निकल बिड में किया खेल
आगरा विकास प्राधिकरण के अफसरों ने टैक्निकल बिड में खेल कर दिया है ताकि 40 लाख से ऊपर के काम पर टू बिड सिस्टम लागू होने के चलते टैक्निकल बिड में ही ठेकेदार बाहर हो जाएं और चहेते ठेकेदार को ही ठेका मिल जाए। इस शर्त के अनुसार अधिकांश ठेकेदार बाहर हो जाएंगे और ठेका एक बार फिर पुराने ठेकेदार के ही नाम हो जाएगा।