Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Apr, 2018 04:07 PM
प्रदेश प्रवक्ता डॉ चन्द्रमोहन ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ के सिद्धांत पर चल रही केंद्र और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार क्षेत्रवार असंतुलन को पूरी तरह से समाप्त करने को संकल्पबद्ध है...
लखनऊः प्रदेश प्रवक्ता डॉ चन्द्रमोहन ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ के सिद्धांत पर चल रही केंद्र और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार क्षेत्रवार असंतुलन को पूरी तरह से समाप्त करने को संकल्पबद्ध है। सोमवार 9 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक कर जिस तरह से यूपी के 8 जिलों के विकास का रोडमेप तैयार किया है, वह स्वागतयोग्य है।
मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर और चित्रकूट जैसे जिलों का पिछड़ापन जल्द ही दूर हो जाएगा और ये जिले प्रदेश के दूसरे विकसित जिलों के साथ कदमताल करेंगे। यूपी में सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं सभी पिछड़े जिलों का दौरा कर वहां विकास की योजनाओं को गति दे चुके हैं। पिछड़े जिलों की विकास योजनाओं की निगरानी स्वयं मुख्यमंत्री कर रहे हैँ और इसमें ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई है।
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश के सबसे पिछड़े इलाके बुंदेलखंड में एक्सप्रेस-वे के निर्माण का निर्णय लेकर भाजपा सरकार यहां पर विकास का द्वार खोलने का प्रयास शुरू किया है। पिछड़े जिलों में विकास की गति बढ़ने से यहां से दूसरे जिलों को होने वाला युवाओं का पलायन तो रुकेगा ही साथ में युवा अब अपने जिलों में ही रहकर रोजगार कर सकेंगे।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पिछड़े जिलों की विकास योजनाओं की देखरेख के लिए एक-एक कंद्रीय मंत्री को नामित किया जाना दर्शाता है कि भाजपा सरकार इनके विकास के लिए किस तरह से प्रतिबद्ध है।पिछड़ जिलों के विकास से ही ‘वाइब्रेंट यूपी’ की पटकथा तैयार होती है।