Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Apr, 2018 02:37 PM
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संविधान की रचना में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के योगदान को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि संविधान मे अमीर गरीब को बराबरी का हक दिया गया है। यादव ने लोहिया सभागार में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कहा कि....
लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संविधान की रचना में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के योगदान को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि संविधान मे अमीर गरीब को बराबरी का हक दिया गया है। यादव ने लोहिया सभागार में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता हैं। उनके द्वारा निर्मित संविधान से अमीर गरीब सबको बराबरी का हक मिला। यह संविधान एक पवित्र दस्तावेज है जिसमें सबके लिए एक मत की व्यवस्था है और व्यक्ति के मूलाधिकार सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि हमें संविधान के रास्ते पर चलने का संकल्प लेना है, जो समाजवाद और धर्मनिरेपक्षता का रास्ता है। यही देश की आत्मा है। आज ऐसे दल की सत्ता है जो डॉ. आंबेडकर के विचारों से अनजान है। इस वजह से ही समाज में कलह है और दलित शोषित तथा वंचित तबके को सही न्याय एवं अधिकार नहीं मिल पा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है। अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। किसी गरीब और पीड़ित व्यक्ति की कहीं सुनवाई नहीं है। एफआईआर दर्ज नहीं होती है। उन्नाव की लड़की मारी-मारी फिरती रही। यदि प्रदेश में कानून व्यवस्था ठीक होती तो उसके साथ जघन्य कांड नहीं होता।
यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित भाजपा शासित अन्य प्रदेशों में महिलाओं और दलितों के साथ अत्याचार की घटनाओं में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। केन्द्र और राज्य सरकार की भाजपा सरकार के जनविरोधी नीतियों से जनता में व्यापक असंतोष फैल रहा है। भाजपा वोट के माध्यम से सत्ता में आई थी, और इसी वोट के रास्ते जनता सत्ता से बाहर करेगी।