Edited By Deepika Rajput,Updated: 23 Jul, 2019 11:11 AM
सपा के कद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। भू-माफिया घोषित होने के बाद आजम खान को एक और झटका लग सकता है। दरअसल, रामपुर प्रशासन ने जौहर ट्रस्ट को लीज पर दी गई 2 इमारतों मदरसा आलिया और दारुल अवाम की लीज को निरस्त करने की सिफारिश...
रामपुरः सपा के कद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। भू-माफिया घोषित होने के बाद आजम खान को एक और झटका लग सकता है। दरअसल, रामपुर प्रशासन ने जौहर ट्रस्ट को लीज पर दी गई 2 इमारतों मदरसा आलिया और दारुल अवाम की लीज को निरस्त करने की सिफारिश शासन से की है। डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने राज्य सरकार को भेजी रिपोर्ट में एसआईटी जांच के अधीन यह सिफारिश की है।
मदरसा आलिया की बिल्डिंग 2016 में जौहर ट्रस्ट को बिना किसी शुल्क के 90 साल के लिए लीज पर दी गई है। जिला प्रशासन ने शासन से इस लीज को निरस्त करने की संस्तुति की है। साथ ही दारूल अवाम की बिल्डिंग के लीज को भी निरस्त करने की सिफारिश की गई है। यह बिल्डिंग 2012 में 100 रुपये के वार्षिक शुल्क पर 30 साल के लिए लीज पर दी गई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बिल्डिंग को शोध कार्य के लिए लीज पर लिया गया था, लेकिन इसका राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बिल्डिंग में सपा कार्यालय चलाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि आजम खान रामपुर के जौहर विश्वविद्यालय के संस्थापक हैं। आरोप है कि विश्वविद्यालय के लिए उन्होंने 26 किसानों की जमीन पर कब्जा किया है। इस सिलसिले में उनके खिलाफ 13 एफआईआर दर्ज हुई थी। 10 नए एफआईआर को मिलाकर अब तक आजम के खिलाफ जमीन हथियाने के कुल 23 एफआईआर दर्ज हो गई हैं। वहीं आजम ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कहा था कि, 'जब से मैंने बीजेपी के खिलाफ चुनाव जीता है, मुझे सजा दी जा रही है। सभी आरोप झूठे हैं और वे चाहें तो जांच कर सकते हैं, मेरे हर तरफ दुश्मन हैं।'