Edited By Deepika Rajput,Updated: 25 Feb, 2019 10:14 AM
केंद्र सरकार (Central Government) की आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) की तारीफ करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग के लिए यह योजना वरदान से कम नहीं है।
लखनऊः केंद्र सरकार (Central Government) की आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) की तारीफ करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग के लिए यह योजना वरदान से कम नहीं है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को राहत मिली है। गंभीर बीमारी की स्थिति में अस्पताल का भारी भरकम खर्च उठाने में असमर्थ गरीब अब पैसे के लिए दर दर नहीं भटकेगा। देश भर में स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा का बुनियादी ढांचा मजबूत हुआ है। पिछले साढ़े चार सालों में मेडिकल में 31 हजार सीटें बढ़ाई गई। एमसीआई का नए सिरे से गठन किया गया। इलाज में गरीबों को अपनी जमीन जायदाद तक बेचनी पड़ती थी। इसके लिए ही केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत की योजना प्रारंभ की। अब तक 12 लाख 28 हजार लोगों का इलाज इस योजना के तहत किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस की रोकथाम में एक्शन प्लान 2018 लागू किया गया, जिसके सुखद परिणाम सामने आए हैं। वर्ष 2017 के मुकाबले 2018 में दिमागी बुखार के मरीजों की संख्या में 68 प्रतिशत की कमी आई है। सरकार और डॉक्टर इसके लिए बधाई के पात्र हैं। कोविंद ने चिकित्सकों से कहा, “आप लोग देश की बहुमूल्य सेवा कर रहे हैं। आप न केवल मानव जीवन बल्कि देश का धन भी बचा रहे हैं। देश को विदेशी मुद्रा के साथ सद्भावना भी प्राप्त हो रही है। आप सब इस देश के स्वास्थ्य सेनानी हैं।”