Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 11:54 AM
अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की पहल अब रंग लाने लगी है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य मौलाना सलमान नदवी ने हाल ही में श्रीश्री से मुलाकात कर इसका मुनासिब हल निकालने की कोशिश तेज कर दी है।
लखनऊ: अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की पहल अब रंग लाने लगी है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य मौलाना सलमान नदवी ने हाल ही में श्रीश्री से मुलाकात कर इसका मुनासिब हल निकालने की कोशिश तेज कर दी है। नदवी ने कहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल (राम लला) पर राम मंदिर बनाने में मुस्लिम समाज को कोई दिक्कत नहीं है। मस्जिद कहीं और भी बनाई जा सकती है। अब दूसरे दौर की वार्ता 20 फरवरी को अयोध्या में होगी, जिसमें दोनों हिंदू और मुस्लिम प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान कोई आम सहमति बन सकती है।
उन्होंने साफ कहा कि इस मामले का हल सुप्रीम कोर्ट की बजाए जनता के बीच होना काफी ठीक होगा। इससे समाज में 2 समुदाय के बीच भाई-चारे की भावना को बढ़ावा ही मिलेगा। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई से पहले इस दिशा में हम आपस में मिलकर हल निकाल लें। नदवी ने कहा कि अयोध्या से बाहर भी मस्जिद को बनाया जा सकता है। इसके लिए 70 या 65 बीगा जमीन मिले तो वहां भव्य मस्जिद और तालीम के लिए स्कूल-कॉलेज भी बनाया जा सकता है। इस समय देश के मुस्लिमों को तालीम की सख्त जरूरत है।
बता दें कि श्री श्री ने पिछले साल सिया वक्फ वोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के साथ मिलकर अयोध्या का मसला हल करने की नाकाम कोशिश की थी। लेकिन इस दफा उन्हें कुछ सफलता मिलती नजर आ रही है। इस बीच, खबर है कि वसीम रिजवी ने संघ के नेता इंद्रेश कुमार से मुलाकात की है। उधर, सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से हाजी महबूब के सुर भी बदल गए हैं। उन्होंने साफ कहा है कि हम वहां मस्जिद बनाने नहीं जा रहे है, यह मैं खुले आम कह रहा हूं। इससे साफ है कि आने वाले समय में कुछ सकारात्मक हल भी निकल जाए।