Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 13 May, 2020 06:47 PM
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रवासी कामगार एवं श्रमिक किसी भी दशा में पैदल न आएं। प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए और पैदल पाए...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रवासी कामगार एवं श्रमिक किसी भी दशा में पैदल न आएं। प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए और पैदल पाए जाने पर उन्हें उनके गृह जनपद भेजे जाने हेतु वाहन उपलब्ध करवाए जाएं। सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटीन किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में इनके उपचार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं।
लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों की बहाली के लिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना आवश्यक है। इसके लिए सेक्टोरल नीति बनाकर प्रस्तुत किया जाए। नए उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि की पर्याप्त उपलब्धता आवश्यक है। इस उद्देश्य से राजस्व तथा औद्योगिक विकास विभाग लैण्ड बैंक स्थापना की कार्ययोजना बनाते हुए उसे लागू करने का काम करें।
अवस्थी ने बताया कि सीएम ने कहा है कि प्रदेश में रह रहे अन्य राज्यों के 2.50 लाख श्रमिकों एवं कामगारों के उनके गृह प्रदेश में भेजने के लिए सम्बन्धित राज्य को ऐसे श्रमिकों एवं कामगारों की सूची उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने जनपद आगरा, मेरठ तथा कानपुर नगर में लाॅकडाउन को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए।