Edited By ,Updated: 19 Sep, 2015 07:46 PM
मुख्य सचिव आलोक रंजन के साथ शनिवार को यूपी के वरिष्ठ अधिकारियों की हो रही बैठक में अचानक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंच गए।
लखनऊ: मुख्य सचिव आलोक रंजन के साथ शनिवार को यूपी के वरिष्ठ अधिकारियों की हो रही बैठक में अचानक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंच गए। उनके इस औचक निरीक्षण से हकबकाए अफसरों को मुख्यमंत्री यादव ने कई मुद्दों पर चेतावनी देते हुए सरकार की प्राथमिकताओं पर ध्यान देने की हिदायत दी। सीएम ने कहा, शासन की विभिन्न योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए। सरकार कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी।
यूपी के सभी डीएम और कमिश्नर की मुख्य सचिव के साथ तिलक हाल में बैठक हो रही थी। इसमें मुख्य रूप से विकास योजनाओं के अलावा कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा होनी थी। बैठक शुरू होने के कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वहां अचानक पहुंच गए। उन्होंने अधिकारियों के सामने राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को रखा।
साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर ढिलाई बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने पंचायत चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने की हिदायत देते हुए कहा कि पुलिस तफ्तीश में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरते। करीब 15 मिनट रुकने के बाद मुख्यमंत्री वहां से चले गए। इस बैठक में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, एडीजी क्राइम और आईजी लॉ एंड ऑर्डर भी मौजूद थे।
AC कमरों से बाहर निकले अफसर-
चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन ने भी कड़े तेवर दिखाते हुए अफसरों को हिदायत दी। उन्होंने कहा, "अफसर अब एसी कमरों से बाहर निकल कर लोगों की सुविधाओं पर ध्यान दें। वे जनता तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाए। शासन में बैठे अफसर भी जिलों का दौरा कर विकासपरक योजनाओं की समीक्षा करें।"