Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Mar, 2018 03:46 PM
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जहां एक दलति लड़की की शादी के अरमान धरे के धरे रह गए। उधर लड़की के साथ शादी करने वाले दलित दूल्हे ने...
कासगंजः उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जहां एक दलित लड़की की शादी के अरमान धरे के धरे रह गए। उधर लड़की के साथ शादी करने वाले दलित दूल्हे ने जिला प्रशासन से शादी वाले दिन यानी की 20 अप्रेल को घोड़ी पर चढ़ने की अनुमती मांगी थी। जिसपर जिला प्रशासन ने पूरा सहयोग देने की बात कही थी, लेकिन एक नया पेंच फंस गया। दरअसल शादी करने वाली लड़की के शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर वह नाबालिग है। जिसपर कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने शादी रोक दी है।
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक मामला कोतवाली के निजामपुर इलाके का है। यहां कासगंज जिला प्रशासन ने कहा है कि 20 अप्रैल को होने वाली शीतल की शादी अब नहीं हो सकेगी। कासगंज के जिलाधिकारी आरपी सिंह के मुताबिक शीतल के परिजनों से बातचीत के बाद उसकी शादी की तैयारी में जिला प्रशासन पूरा सहयोग देने को तैयार है, लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक शीतल अभी शादी के योग्य नहीं हैं। शीतल अभी पूरे 18 साल की नहीं हुई है।
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
कासगंज जिलाधिकारी ने इस मामले में शीतल के शैक्षणिक दस्तावेज का हवाला देते हुए कहा है कि शीतल का विवाह उसकी आयु पूरी होने के चलते नहीं हो सकता। उधर, वर पक्ष की अपील के बाद अब जिलाधिकारी ने शीतल की शैक्षणिक दस्तावेज की जांच एवं उसके आयु प्रमाणिकता की जांच उप जिलाधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह को सौंपी है।
तीन माह बाद बालिग होगी युवती
वहीं इस मामले में वर पक्ष का कहना है कि लडकी बालिग है। लेकिन शैक्षणिक दस्तावेज में उम्र कम है। शीतल के मंगेतर संजय के मुताबिक शैक्षणिक दस्तावेज के आधार पर भी शीतल तीन माह बाद बालिग हो जाएगी। इसके बाद वह शीतल के साथ शादी करने को तैयार है।
प्रशासन ने दी थी बारात चढ़ाने की अनुमति
गौरतलब है कि शीतल के मंगेतर संजय ने कासगंज जिला प्रशासन से 20 अप्रैल को कासगंज के निजामपुर में अपनी बारात चढ़ाने की अनुमति मांगी थी। लेकिन कासगंज पुलिस के मोहनपुरा चौकी इंचार्ज ने दलित की बारात गांव में चढाने से गांव में अप्रिय घटना की आशंका जताई थी। इसके बाद से इस मामले ने तूल पकड लिया और अंत में कासगंज जिला प्रशासन को भी 20 अप्रैल को बारात चढाने के लिए अनुुमति के साथ सहयोग की बात थी।