Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Dec, 2018 06:31 PM
बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या का गुनाह फौजी जीतू उर्फ जीतेंद्र ने कुबूल कर लिया है। एसटीएफ ने जीतू को गिरफ्तार करने के बाद लगातार 10 घंटे तक पूछताछ की। एसआईटी और एसटीएफ ने इ...
बुलंदशहरः बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या का गुनाह फौजी जीतू उर्फ जीतेंद्र ने कुबूल कर लिया है। एसटीएफ ने जीतू को गिरफ्तार करने के बाद लगातार 10 घंटे तक पूछताछ की। एसआईटी और एसटीएफ ने इस लंबी पूछताछ में जीतू से करीब 500 सवाल पूछे। इसके बाद जीतू बदल-बदल कर बयान देने लगा। जिसके चलते सख्ती से पूछताछ करने पर जीतू टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
ज्ञात हो कि इससे पहले जीतू ने पूछताछ में बताया था कि वह घटनास्थल पर मौजूद जरूर था, लेकिन उसने कोई हमला नहीं किया ना ही वह भगौड़ा है। जीतू ने यूपी पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर पुलिस को मुझपर कोई शक था तो वह मुझे बुलाते पूछताछ करते, लेकिन उन्होंने आतंकवादियों की तरह मुझे पेश करने की कोशिश की। मेरे घर पर जाकर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं मेरी पत्नी के साथ भी मारपीट की।
गौरतलब है कि 3 दिसंबर को बुलंदशहर में पशु कटान को लेकर हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने पत्थरबाजी और आगजनी की थी। भड़की हिंसा के दौरान यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली लगने से मौत हो गई थी। वहीं एक ग्रामीण युवक की भी गोली लगने से मौत हुई थी। हिंसा के दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें फौजी जीतू गोली चलाता नजर आया। जिसके आधार पर पुलिस ने जीतू को हिरासत में लिया था।