Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Sep, 2018 12:51 PM
कुदरत के करिश्मे ने एक युवक की जान बचा ली। प्रेम प्रसंग को लेकर युवक इस कदर डिप्रेशन में चला गया कि उसने ख़ुदकुशी करने के लिए बाएं सीने पर तमंचा सटाकर खुद को गोली मार ली, लेकिन भगवान को शायद उसकी मौत मंजूर नहीं थी। परिजन युवक को घायल हालत में जब...
कानपुरः कुदरत के करिश्मे ने एक युवक की जान बचा ली। प्रेम प्रसंग को लेकर युवक इस कदर डिप्रेशन में चला गया कि उसने ख़ुदकुशी करने के लिए बाएं सीने पर तमंचा सटाकर खुद को गोली मार ली, लेकिन भगवान को शायद उसकी मौत मंजूर नहीं थी। परिजन युवक को घायल हालत में जब अस्पताल लाए तो घायल युवक का एक्सरे देख डॉक्टरों के होश उड़ गए युवक का दिल बाएं तरफ न होकर दाएं तरफ था। जिससे उसकी जान बच गई।
हमीरपुर जिले के उत्तरा गांव में रहने वाले युवक ने प्रेमिका से बात करते-करते खुद को दिल पर तमंचा रख गोली मार ली। बड़े भाई ऋषि ने बताया कि वह पिता और छोटा भाई सतीश किसानी करते है, छोटे भाई सतीश का जालौन जिले में रहने वाली एक लड़की से प्रेमप्रसंग चलता है। कई बार मना करने के बाद भाई लड़की से फोन पर बात करता था 2 दिन पूर्व सतीश को अपनी प्रेमिका से फोन पर किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। जिसके बाद सतीश ने फोन पर बात करते करते बाई ओर 315 बोर का तमंचा सटा खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुन परिजन दौड़े और युवक को पास के अस्पताल में ले गए। जहां से डॉक्टरों ने युवक को कल्याणपुर एसआईएस अस्पताल के लिए रिफर कर दिया।
यहां भर्ती कराने पर एस आई एस हॉस्पिटल के आईसीयू इंचार्ज डॉक्टर आदित्य त्रिपाठी ने जब घायल सतीश का एक्सरा किया तो पता चला कि युवक का हृदय बाई ओर न होकर दाएं ओर है। जिसके बाद डॉक्टरों ने युवक का ऑपरेशन कर गोली बाहर निकाली। डॉक्टर आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि लाखों व्यक्ति में किसी एक व्यक्ति का दिल बाईं तरफ न होकर दाईं तरफ होता है। यही कारण है कि युवक की जान बच पाई अन्यथा उसने इतने करीब से गोली मारी थी कि अगर दिल सामान्य जगह पर होता तो तत्काल मौत हो सकती थी।