Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 16 Mar, 2020 06:58 PM
कोरोना वायरस को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज के डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर मुजाहिद बेग ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमें कहा गया कि खांसी, नजला जुकाम वाले नमाजी मस्जिदों में नमाज पढ़ने ना आएं। एतिहाद के तौर पर अपने घर पर ही नमाज अदा करें।...
अलीगढ़ः कोरोना वायरस को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज के डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर मुजाहिद बेग ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमें कहा गया कि खांसी, नजला जुकाम वाले नमाजी मस्जिदों में नमाज पढ़ने ना आएं। एतिहाद के तौर पर अपने घर पर ही नमाज अदा करें। कोरोना वायरस को लेकर मस्जिदों में साफ सफाई का ध्यान रखा जा रहा है।
वहीं नमाजियों से अपील की गई है कि एक दूसरे से थोड़ा दूर रहकर नमाज अदा करें। इसके अलावा मस्जिदों में आकर सबसे पहले हाथ मुंह धोए और एक दूसरे से गले ना मिले और ना ही हाथ मिलाएं। इसके अलावा मस्जिद और हॉस्टलों में सैनिटाइजर और साबुन की व्यवस्थाएं की गई हैं।
वहीं बाहर से आने-जाने वाले लोगों के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रतिबंध कर दिया गया है। एएमयू के पीआरओ उमर पीरजादा ने जानकारी देते हुए कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगभग 600 विदेशी छात्र छात्राएं तालीम हासिल करते हैं, उनके आने जाने पर भी पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कोरोना वायरस को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कहा है कि यह कोई नई बीमारी नहीं है। इससे पहले भी देश में बहुत खतरनाक वायरस आए। मगर यह पहला वायरस है कि इतना डरा दिया गया है कि जैसे भूत आ रहा हो, छात्रों ने कहा है कि फोन मिलाओ तो कॉलर ट्यून कोरोना वायरस के लिए बस्ती है जिससे कि लोग डिस्टर्ब हो रहे हैं, अब सरकार को जागरूक करने की जरूरत नहीं है देश के हर आदमी कोकोरोना वायरस के बारे में जानकारी हो गई है।