Edited By Deepika Rajput,Updated: 11 Jul, 2018 12:35 PM
केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत 10 प्रतिष्ठित स्थलों में संगम नगरी इलाहाबाद के 'नागवासुकी मंदिर' को भी शामिल किया गया है। प्राचीन 'नागवासुकी मंदिर' का नाम स्वच्छ भारत अभियान में शामिल होने के बाद से पुजारी और कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह...
इलाहाबादः केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत 10 प्रतिष्ठित स्थलों में संगम नगरी इलाहाबाद के 'नागवासुकी मंदिर' को भी शामिल किया गया है। प्राचीन 'नागवासुकी मंदिर' का नाम स्वच्छ भारत अभियान में शामिल होने के बाद से पुजारी और कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
मंदिर के पुजारी अंशुमान त्रिपाठी ने सरकार की पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद से फोन पर एक कॉल आई। जिसके बाद उनको हैदराबाद बुलाया गया और मंदिर के बारे में जानकारी दी गई। पुजारी ने बताया कि उन्होंने मंदिर के साफ-सफाई और रख-रखाव के लिए 5 करोड़, 80 लाख का बजट भी सरकार के सामने पेश किया है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर मंदिर में फूल मालाओं और तरह-तरह की गंदगी प्रांगण में भर जाती है, जिसे कार्यकर्ताओं द्वारा साफ कराया जाता है।
'नागवासुकी मंदिर' का नाम आने से इलाके के लोगों और स्थानीय पार्षद में खुशी का माहौल है। उनका कहना है कि जब इस मंदिर का सौंदर्यीकरण हो जाएगा तो इसकी विशेषता बढ़ जाएगी। कुंभ मेले में मंदिर का विशेष महत्व रहेगा और लोगों को स्वच्छता के प्रति यह जागरूक भी करेगा।
बता दें कि ये एक प्राचीन मंदिर है। सावन, माघ, कुम्भ मेले और शिवरात्रि में इसकी विशेषता बढ़ जाती है। सावन और नाग पंचमी पर यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। 'नागवासुकी मंदिर' काल सर्प का मंदिर है, जो पूरी दुनिया में एकमात्र संगम तट के किनारे स्थित है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत इन 10 स्वच्छ आंखिक स्थानों को जोड़ा गया हैः-
राघवेंद्र स्वामी मंदिर (कुरनूल, आंध्र प्रदेश)
हजरदावरी पैलेस (मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल)
ब्रह्मा सरोवर मंदिर (कुरुक्षेत्र, हरियाणा)
नागवासुकी मंदिर (इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश)
मन गांव (चमोली, उत्तराखंड)
पांगोंग झील (लेह-लद्दाख, जम्मू और कश्मीर)
इमा कीथल/ बाजार (इम्फाल, मणिपुर)
सबरीमाला मंदिर (केरल)
विदुर कुट्टी (बिजनौर, उत्तर प्रदेश)
कनवश्रम (उत्तराखंड)