Edited By Ajay kumar,Updated: 31 Jan, 2019 04:07 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने का शिलशिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक मामला शांत भी नहीं हो पाता है कि दूसरी घटनाएं सामने आ जाती हैं।
आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने का शिलशिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक मामला शांत भी नहीं हो पाता है कि दूसरी घटनाएं सामने आ जाती हैं। अबतक इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सरकार ने चेतावनी दी है कि इस तरह की हरकत करने वाले तत्वों के खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन अभी तक वह अपने वादे पर खरी नहीं उतर पाई है। ऐसे में मूर्ति तोडऩे वाले शरारती तत्वों का मनोबल और बढ़ गया है।
ऐसा ही एक मामला प्रदेश के आजमगढ़ जिले के अहरौला थानाक्षेत्र के माहुल कस्बे से सामने आया है। जहां बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने से आक्रोशित दलित समुदाय के सैकड़ों लोगों ने जमकर बवाल किया और आगजनी की। पुलिस के मुताबिक अधिकारियों की ओर से नयी प्रतिमा स्थापित करने तथा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद लोग शांत हुए। फिलहाल इलाके में तनाव को देखते हुए एहतियातन पीएसी तैनात की गयी है।
पुलिस ने बताया कि बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात शरारती तत्वों ने माहुल तिराहे पर पुलिस बूथ के सामने लगी आंबेडकर प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। गुरुवार सुबह यह देखकर दलित समाज के लोग आक्रोशित हो गये। सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि इस दौरान किसी ने बगल में स्थित पुलिस चौकी पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद वहां भगदड़ मच गयी और कस्बे की दुकानें धड़ाधड़ बंद हो गयीं। इसी बीच कस्बे के दूसरे छोर पर आगजनी शुरू हो गयी। पुलिस के अनुसार आला अधिकारी कई थानों के पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामले को शांत कराया।
पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि क्षतिग्रस्त प्रतिमा के स्थान पर नयी प्रतिमा लगवाई जा रही है और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। कस्बे में स्थिति अब सामान्य है।