Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Mar, 2018 07:08 PM
भारतीय जनता पार्टी के कानपुर मुख्यालय में आज ‘‘जय श्रीराम’’ के जयकारों के बीच डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर अंकित नाम को बदलकर डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर किया गया। इस मौके पर ऐलान किया गया कि 14 अप्रैल को अम्बेडकर जी की जयन्ती पर शहर की सभी दलित...
कानपुरः भारतीय जनता पार्टी के कानपुर मुख्यालय में आज ‘‘जय श्रीराम’’ के जयकारों के बीच डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर अंकित नाम को बदलकर डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर किया गया। इस मौके पर ऐलान किया गया कि 14 अप्रैल को अम्बेडकर जी की जयन्ती पर शहर की सभी दलित बस्तियों में वृहद पैमाने पर नाम परिवर्तन समारोह आयोजित किए जाएगें।
संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम के मध्य में उनके पिता का नाम जोड़े जाने को लेकर देश की सियासत गर्माई हुई है। सत्तारूढ़ दल बीजेपी इसे महज पिता का नाम मध्य में रखने को भारतीय परम्परा का हिस्सा बता रही है तो वहीं विपक्षी दल ‘‘राम’’ नाम की महिमा से घबराए हुए हैं और बीजेपी पर साम्प्रदायिक और वोट बैंक की राजनीति करने की तोहमत जड़ रहे हैं।
इस बीच उत्तर प्रदेश में राजनीतिक चेतना का शहर मानें जाने वाले कानपुर में भाजपा ने अपने जिला कार्यालय में डॉ. अम्बेडकर के चित्र पर लिखे नाम पर नए नाम का स्टीकर चस्पा कर दिया जिसपर उनका नाम डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर लिखा हुआ था। इस दौरान बाबा साहेब के जिन्दाबाद के नारों के साथ ‘‘जय श्रीराम’’ का उद्घोष करके क्षेत्रीय भाजपा नेताओं ने अपने इरादे भी साफ कर दिए।
भाजपा की कानपुर इकाई ने अम्बेडकर जयन्ती के मौके पर दलित बस्तियों में जाकर नाम परिवर्तन समारोह आयोजित करने और अम्बेडकर जी के नाम के मध्य में रामजी जोड़ने के महत्व को बताने का ऐलान किया है।