Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 Jul, 2020 11:46 AM
विकास दुबे एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं। कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, लेकिन कुल इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। विकास के मारे जाने के बाद उसकी पत्नी ऋचा को क्लीनचिट दे गई है, लेकिन विकास के सहयोगी अमर दूबे की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल...
कानपुरः विकास दुबे एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं। कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, लेकिन कुल इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। विकास के मारे जाने के बाद उसकी पत्नी ऋचा को क्लीनचिट दे गई है, लेकिन विकास के सहयोगी अमर दूबे की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल खड़े हो गए हैं।
ऋचा को क्लीनचिट देने पर पुलिस का कहना है कि मामले में ऋचा की कोई मिलीभगत प्रथम दृष्टया नहीं मिली। वहीं दूसरी तरफ अमर दुबे की नवविवाहिता पत्नी खुशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और जेल भेज दिया है। इस पर एनकाउंटर में मारे गए अमर दूबे दादी ने सवाल उठाए हैं। पुलिस उनके जवान देने में असर्मथ दिखाई दे रही है।
अमर दुबे की दादी सर्वेश्वरी दुबे की आंखों से आंसू नहीं रूक रहे। उन्होंने कहा कि अभी तो शहनाई की गूंज थमी नहीं थी कि पूरा घर तबाह हो गया। अमर दुबे इस पूरे घटनाक्रम में अहम रोल अदा करने वाला था, उसे तो उसके किए की सजा मिल गई। पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया, लेकिन 3 दिन पहले घर आई खुशी का क्या गुनाह था? जो पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। उन्होंने पूछा कि अपराधी विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे पर पुलिस क्यों मेहरबान हो गई?
ऐसे में खुशी के माता-पिता का कहना है कि शायद अब हमें भी जीने का हक नहीं क्योंकि हमारा गुनाह सिर्फ इतना है कि हमने एक बेटी को जन्म दिया। हमने परिवार में आने वाली लक्ष्मी का नाम खुशी रखा। इस अरमान से नाम खुशी रखा कि यह जीवन भर खुश रहे। यह अपने परिवार को खुशियां ही दें, लेकिन आज लगता है कि हम बिन औलाद ही ठीक थे।
उन्होंने कहा कि वह इतनी भी हिम्मत नहीं रखते हैं कि अपनी बेटी को देखने जेल तक चले जाएं। उन्हें डर है कि बेगुनाह बेटी को जब पुलिस वालों ने आरोपी बनाकर जेल भेज दिया तो कहीं उन्हें भी जेल न भेज दे। क्योंकि बेटी को जन्म तो हम ही ने दिया था।