Edited By Ruby,Updated: 11 Sep, 2018 03:30 PM
बसपा प्रमुख मायावती के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बढ़ती महंगाई और गलत नीतियों का ठीकरा बीजेपी व केंद्र की पुरानी सरकारों पर फोड़ा है। अखिलेश ने कहा कि डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों के लिए केंद्र में विराजमान हो चुकी सभी सरकारें जिम्मेदार हैं।...
लखनऊः बसपा प्रमुख मायावती के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बढ़ती महंगाई और गलत नीतियों का ठीकरा बीजेपी व केंद्र की पुरानी सरकारों पर फोड़ा है। अखिलेश ने कहा कि डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों के लिए केंद्र में विराजमान हो चुकी सभी सरकारें जिम्मेदार हैं। यादव ने कहा कि पूरे देश में जनता जानती है कि कौन झूठ बोल रहा है। महंगाई बढ़ती जा रही है। जब सब लोग सड़क पर थे, उसी समय पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ा दिया। महंगाई के लिए केंद्र सरकारें जिम्मेदार हैं।
दरअसल मंगलवार को सपा की नव साइकिल यात्रा वाराणसी से लखनऊ पहुंची। जिसका अखिलेश यादव ने सपा दफ्तर में स्वागत किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि जिस संकल्प को लेकर आप साइकिल चलायें हैं. वह संकल्प 2019 और 2022 में पूरा होगा। अखिलेश ने कहा कि भाजपा कहती है कि आने वाले 50 साल तक उनकी सरकार रहेगी। बीजेपी के फैसले से जनता इतनी परेशान है कि वह इंतजार कर रही है कि कब उन्हें वोट डालने का मौका मिलेगा और वह कब उन्हें सबक सिखाए।
सूबे के स्वास्थ्य महकमे पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां नर्सें इंजेक्शन लगा देती हैं। महिलाओं की मौत हो जाती है। बीमारों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। पता नहीं इंजेक्शन में दवा थी या पानी उसका जवाब सरकार दे। उन्होंने कहा कि सरकार ने 41 हजार पुलिस भर्ती रोक दी। यह कहकर कि नौजवान अयोग्य नहीं हैं, तो क्या सरकार अयोग्य है। वहीं बीजेपी के जातिगत सम्मेलन पर कहा कि बीजेपी तो सब कुछ है।उनके मंत्री खुद ही बोलते हैं कोर्ट भी हमारा, सरकार भी हमारी, कार्यपालिका भी हमारी, विधायिका भी हमारी। बीजेपी से ज्यादा जातिवादी पार्टी कोई नहीं है।
इस दौरान सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नन्दा ने कहा कि जो नौजवान चाहेगा, वही हिन्दुस्तान में होगा। लोकतंत्र बचाओ, बीजेपी को हटाओ। हम बीजेपी को रोक लेंगे तो बीजेपी की सरकार नहीं आएगी।
बता दें कि इससे पहले (बसपा) प्रमुख मायावती ने मंगलवार प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि भारत बंद के लिए भाजपा जिम्मेदार है। तेल की कीमतों पर सरकार का अड़ियल रवैया है, क्योंकि सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को नाराज नहीं करना चाहती। वहीं मायावती ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी कांग्रेस की राह पर चल रही है। बीजेपी सरकार ने भी उन्हीं की तरह आर्थिक नीतियों को जारी रखा है। अपनी गलत नीतियों की वजह से उसे सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। बढ़ती महंगाई ने जनता की कमर तोड़ी है। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से जनता त्रस्त है।