Edited By Anil Kapoor,Updated: 29 Dec, 2020 04:45 PM
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश में 2022 में पार्टी की सरकार बनने पर नागरिकता संशोधन कानून व NRC के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर दर्ज किए गए मुकदमे....
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश में 2022 में पार्टी की सरकार बनने पर नागरिकता संशोधन कानून व NRC के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव छोटे दलों को साथ मिलकर लड़ने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि छोटे दलों के लिए सपा ने अपने दरवाजे हमेशा खुले रखे हैं। उन्होंने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद सपा की ही सरकार बनेगी ।
जानकारी मुताबिक शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं । लखनऊ के घंटाघर पर CAA और NRC के विरोध में महीनों चले प्रदर्शन में सुमैया राणा ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था, उन पर मुकदमा भी दर्ज हुआ है। समाजवादी पार्टी में आज गोंडा से बसपा के लोकसभा प्रत्याशी रहे मसूद आलम खां, बसपा के लाल चंद्र गौतम व खुदी राम पासवान सहित कई नेता भी शामिल हुए। अखिलेश यादव ने कहा कि तमाम दलों के लोग सपा में शामिल हो रहे हैं और बहुत से लोग शामिल होना चाहते है। कई छोटे दल भी हमसे जुड़ना चाहते हैं इसलिए पार्टी 2022 में होने वाले चुनाव के बाद छोटे दलों के साथ मिलकर सरकार बनाएगी।
‘विरोध में उठने वाली आवाज दबा रही है भाजपा सरकार‘
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार विरोध में उठने वाली हर आवाज को दबाने के लिए विरोधियों पर झूठे मुकदमें लगा रही है। यह सरकार जब तक नहीं जाएगी तब तक लोकतंत्र नहीं बच सकता। उन्होंने कहा कि नया कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट है। किसान आंदोलन में सपा ने लगातार सक्रिय भूमिका निभाई है। देश में किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर इतने मुकदमें नहीं दर्ज हुए जितने सपा नेताओं पर आंदोलन के दौरान लगे। हम किसानों के लिए एक्सप्रेस वे के किनारे जो मंडियां बना रहे थे वो इस सरकार ने बंद करवा दी। उन्होंने मांग की है कि किसानों को दोगुनी आय के बराबर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाए। अखिलेश यादव की मौजूदगी में बसपा नेताओं के साथ ही उनके करीब 200 समर्थक भी सपा में शामिल हो गए।