Edited By Deepika Rajput,Updated: 09 May, 2019 10:22 AM
लोकसभा चुनाव के 7 चरणों में से 5 पर मतदान हो चुका है, वहीं दो चरण अभी भी बाकि हैं। सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज सत्ता पाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। यूपी में बीजेपी और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
लखनऊः लोकसभा चुनाव के 7 चरणों में से 5 पर मतदान हो चुका है, वहीं दो चरण अभी भी बाकि हैं। सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज सत्ता पाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। वहीं यूपी में बीजेपी और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस बीच बीजेपी की ओर से लगातार यह सवाल किया जा रहा है कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा। बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में संकेत दिए थे कि अगर सब कुछ अच्छा रहा तो वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और प्रधानमंत्री भी बनेगी। मायावती के बयान के बाद ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस पर मुहर लगा दी है।
अखिलेश ने कहा कि मैं भी उन्हें प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहता हूं। निजी समाचार पत्र में दिए इंटरव्यू में अखिलेश ने कहा कि गठबंधन होने के बाद मुझे उनके बारे में जानने का काफी मौका मिला है। मैंने उनमें काफी अच्छाइयां भी देखी हैं। वह काफी अनुशासित हैं और मुझसे अनुभवी भी हैं। उन्हें प्रधानमंत्री बनता देख मुझे खुशी होगी। इसके लिए मैं पूरी मेहनत कर रहा हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मायावती भी मुझे उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री देखने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह आपसी समझ और वादा है।
उल्लेखनीय है कि देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की बहुत बड़ी भूमिका मानी जाती है। देश का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ-साथ यूपी में लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटें भी हैं। कहा जाता है कि प्रधानमंत्री का रास्ता यूपी से होकर जाता है। जिस भी पार्टी को यहां ज्यादा सीटें मिलीं हैं उसी की सरकार केंद्र में बनी है। 2014 लोकसभा चुनाव परिणाम को देखकर इसका अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है। अब 2019 के चुनाव में भी सभी पार्टियों की नजरें यूपी पर गढ़ी हुई हैं।