Edited By Deepika Rajput,Updated: 28 Jul, 2019 10:14 AM
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रदेश में विकास के नाम पर सिर्फ खेल-तमाशा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार नया निवेश लाने में पूरी तरह विफल रही है।
लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रदेश में विकास के नाम पर सिर्फ खेल-तमाशा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार नया निवेश लाने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष के भीतर निवेश प्रोत्साहन के नाम पर राज्य सरकार रविवार 28 जुलाई को एक साल में तीसरा सम्मेलन करने जा रही है ‘पर वह अब तक यह नहीं बता सकी है कि पिछले दो आयोजनों के फलस्वरूप प्रदेश में कितना पूंजीनिवेश हुआ है और कितने नए उद्योग लगे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार उन्हीं निवेशकों का नाम ले रही है जो समाजवादी सरकार के कार्यकाल में पूंजी निवेश के लिए आए थे। एचसीएल, मेदांता ग्रुप, अमूल प्लांट, आईटी हब, आदि को प्रदेश में लाने का श्रेय समाजवादी सरकार को ही जाता है। बीजेपी के पहले के आयोजनों से न नया निवेश आया और नहीं उद्योग लगे बल्कि समाजवादी सरकार में जो रोजगार सृजित हुए थे वे भी समाप्त हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बातें बड़ी-बड़ी करते हैं, लेकिन हकीकत में बीजेपी सरकार में निवेशकों को उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है। सरकार की इंटीग्रेटेड टाउनशिप के तहत जिन डेवलपर्स ने अपने प्रोजेक्ट प्लान कर रखे हैं उनकी डीपीआर महीनों से मंजूर न किए जाने की शिकायतें सामने आ रही हैं। अफसरशाही के चलते निवेशक निराश हैं और अपने को अपमानित महसूस कर रहे हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की 'वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी' का सपना दिखाते हैं, लेकिन प्रदेश में न तो कानून व्यवस्था के हालात ठीक हैं और नहीं उद्योगों के लिए अनुकूल अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध हैं। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब प्रदेश में हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं न घटती हों। बच्चियां तक दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं। अपराधी बेलगाम हैं। प्रदेश में बिजली संकट बरकरार है। रोजाना कटौती हो रही है। इसके बावजूद बिजली की दरों में भारी इजाफा होने जा रहा है। बीजेपी राज में अवस्थापना सुविधाओं की ओर ध्यान नहीं है।