Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Apr, 2018 11:12 AM
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार विधान परिषद नहीं जाएंगे और अपनी पार्टी को लोकसभा चुनावों के लिए तैयार करने में जुटेंगे। अखिलेश इस समय विधान परिषद के सदस्य हैं और उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार विधान परिषद नहीं जाएंगे और अपनी पार्टी को लोकसभा चुनावों के लिए तैयार करने में जुटेंगे। अखिलेश इस समय विधान परिषद के सदस्य हैं और उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है।
विधान परिषद के चुनावों की घोषणा हो चुकी है और सपा विधानसभा में अपनी सदस्य संख्या के आधार पर मात्र 2 सीटें ही जीत सकने की स्थिति में है। पार्टी ने तय किया है कि वह एक सीट पर ही अपना उम्मीदवार उतारेगी और दूसरी सीट बसपा को देगी। बसपा अपने बलबूते कोई सीट नहीं जीत सकती है ऐसे में सपा की एक मदद से अब वह अपने एक उम्मीदवार को विधान परिषद पहुंचा सकती है।
गौरतलब है कि प्रदेश विधानमंडल के उच्च सदन की 13 सीटों पर आगामी 26 अप्रैल को चुनाव होंगे। परिणाम भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे। एक प्रत्याशी को जिताने के लिए प्रथम वरीयता के 29 मतों की जरूरत होगी। अखिलेश यादव ऐलान कर चुके हैं कि वह अपने पुराने संसदीय क्षेत्र कन्नौज से ही चुनाव लड़ेंगे। फिलहाल यहां से उनकी पत्नी डिंपल यादव सांसद हैं जिनके बारे में अखिलेश ऐलान कर चुके हैं कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगी।