Edited By Ajay kumar,Updated: 12 Feb, 2019 02:45 PM
लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने से खफा अखिलेश यादव ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि मुझे छात्रों के बीच में अपनी बात रखनी थी लेकिन सरकार की नीयत साफ नहीं है।
लखनऊ: लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने से खफा अखिलेश यादव ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि मुझे छात्रों के बीच में अपनी बात रखनी थी लेकिन सरकार की नीयत साफ नहीं है। वहां मुझे जाने नहीं दिया गया। हवाई जहाज में चढऩे के लिए मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया।
मुख्यमंत्री के बयान-‘हिंसा फैलने का डर था इसलिए नहीं जाने दिया गया’ पर चिंता जाहिर करते हुए अखिलेश ने कहा कि योगी आदित्यनाथ का बयान गैर जिम्मेदारा है। मेरे ऊपर कोई मुकद्दमा नहीं तो मैं कैसे हिंसा फैलाता। अगर हिंसा का ही डर था तो धारा 144 क्यों नहीं लगी थी। अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मुझे रोके जाने में केंद्र सरकार की भी मिलीभगत थी।
अखिलेश ने सवाल खड़ा किया कि इलाहाबाद विवि. में सपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की तो इन्हें अपनी हार बर्दास्त नहीं हुई। छात्रसंघ के नेता के कमरे में आग लगा दी गई। सरकार बताए कि कमरे में किसने आग लगाई। इस वारदात में शामिल लोगों के खिलाफ सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?