Edited By Umakant yadav,Updated: 10 Feb, 2021 02:21 PM
सपा के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार के रुख को उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए इसे विपक्ष पर लांछन लगाने की रणनीति करार दिया। मगर जनता और किसानों का मूड इस बार दूसरा है। उन्होंने कहा कि...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार के रुख को उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए इसे विपक्ष पर लांछन लगाने की रणनीति करार दिया। अखिलेश ने एक बयान में आरोप लगाया, "ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार की मंशा उत्तर प्रदेश के चुनावों तक कृषि कानूनों के मुद्दे को जिंदा रखने की है ताकि वह विपक्ष पर लांछन लगाने की अपनी रणनीति में सफल हो सके। मगर जनता और किसानों का मूड इस बार दूसरा है।"
उन्होंने कहा कि जनता और किसान भाजपा की कथित साजिशों को समझ गए हैं और भाजपा को हटाकर ही दम लेंगे। किसान इस समय अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। इस लड़ाई में अब तक सैकड़ों किसान अपनी जान भी गंवा चुके हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री अपनी वैश्विक छवि के प्रति बहुत सचेत रहते हैं, मगर किसानों के मामले में उन्हें देश की वैश्विक छवि खराब होने की भी चिंता नहीं है। अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए वह कृषि कानूनों के मुद्दे को लगातार लंबा खींचना चाहेंगे ताकि किसान पस्त हों, पर ऐसा होने वाला नहीं है।"