Edited By Deepika Rajput,Updated: 21 Feb, 2019 06:40 PM
लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच सीटों के बंटवारे का गुरूवार को औपचारिक ऐलान कर दिया गया है। मायावती और अखिलेश यादव की हस्ताक्षर वाली विज्ञप्ति के अनुसार...
लखनऊः सपा और बसपा ने लोकसभा चुनावों के लिए तय कर लिया है कि कौन-कौन सी सीटों पर उन्हें लड़ना है। दोनों ही दलों ने 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ना तय किया था। अब सीटों की पहचान कर ली गई है कि कौन-कौन सी सीटों पर सपा और कौन कौन सी सीटों पर बसपा अपने उम्मीदवार उतारेगी।
सपा-बसपा की सीटों का गणित
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा हस्ताक्षरित एक आधिकारिक बयान में 80 लोकसभा सीटों में से 37 सीटें सपा को जबकि 38 सीटें बसपा को दी गई हैं। बसपा की ओर से आज जारी सूची में बताया गया है कि पार्टी अध्यक्ष मायावती और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीटों के बंटवारे पर मुहर लगाई है।
SP के खाते में गई ये सीटें
इस बयान के अनुसार सपा कैराना, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, गाजियाबाद, हाथरस (सुरक्षित), फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, हरदोई (सुरक्षित), उन्नाव, लखनऊ, इटावा (सुरक्षित), कन्नौज, कानपुर, झांसी, बांदा, कौशांबी (सुरक्षित), फूलपुर, इलाहाबाद, बाराबंकी (सुरक्षित), फैजाबाद, बहराइच (सुरक्षित) और गोण्डा संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा सपा को महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, आजमगढ़, बलिया, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज (सुरक्षित) सीटें भी मिली हैं।
BSP के खाते में गई ये सीटें
अखिलेश और मायावती के हस्ताक्षर से जारी सूची के अनुसार बसपा सहारनपुर, बिजनौर, नगीना (सुरक्षित), अमरोहा, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर (सुरक्षित), अलीगढ़, आगरा (सुरक्षित), फतेहपुर सीकरी, आंवला, शाहजहांपुर (सुरक्षित), धौरहरा, सीतापुर और मिश्रिख (सुरक्षित) सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा पार्टी को मोहनलालगंज (सुरक्षित), सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फर्रुखाबाद, अकबरपुर, जालौन (सुरक्षित), हमीरपुर, फतेहपुर, अंबेडकरनगर, कैसरगंज, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बांसगांव (सुरक्षित), लालगंज (सुरक्षित), घोसी, सलेमपुर, जौनपुर, मछलीशहर (सुरक्षित), गाजीपुर और भदोही सीटें भी मिली हैं।
सपा-बसपा गठबंधन से कांग्रेस आउट
गौरतलब है कि जनवरी में गठबंधन का एलान करते समय मायावती और अखिलेश यादव ने कहा था कि वह इसमें कांग्रेेस को शामिल नहीं करेंगे बल्कि सोनिया गांधी की संसदीय सीट रायबरेली और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी पर उम्मीदवार नहीं उतारेंगे। वहीं, गुरुवार को राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने बयान जारी कर कहा है कि उनकी पार्टी भी सपा और बसपा गठबंधन के साथ है।