Edited By Deepika Rajput,Updated: 12 Jan, 2019 01:17 PM
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में जीत का शंखनाद करने के उद्देश्य से सभी पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में जीत का शंखनाद करने के उद्देश्य से सभी पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने आज लखनऊ के गोमती नगर स्थित होटल ताज (Hotel Taj) में ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मायावती ने बताया कि सपा-बसपा ने 38-38 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वहीं अमेठी और रायबरेली सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी है।
गेस्ट हाउस कांड को भुलाकर गठबंधन जरूरी: मायावती
मायावती ने कहा कि 1993 में कांशीराम और मुलायम सिंह के संयुक्त अगुवाई में चुनाव लड़ा जा चुका है, लेकिन कुछ कारणों से गठबंधन नहीं चला। अब देश हित के लिए गेस्ट हाउस कांड (Guest house scandal) को भुलाकर इस प्रकार का गठबंधन जरूरी है। इस दौरान मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमने गठबंधन में कांग्रेस (Congress) को शामिल क्यों नहीं किया यह सभी को मालूम है। देश की आजादी के बाद सबसे ज्यादा राज कांग्रेस ने ही किया है। इनके शासनकाल में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है। बीजेपी की शासन शैली भी कांग्रेस जैसी ही है। इन दोनों के शासनकाल में भ्रष्टाचार हुए हैं। कांग्रेस के दौर में बोफोर्स के बाद वर्तमान में बीजेपी के शासन काल में राफेल घोटाला सामने आया है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग जारी है।
गुरू-चेले (शाह-मोदी) की उड़ने वाली है नींद: मायावती
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करके हमें कोई खास फायदा नहीं होगा। कांग्रेस जैसी पार्टियों को हमसे वोट का पूरा लाभ मिल जाता है, लेकिन हम जैसी ईमानदार पार्टियों का उनका वोट नहीं मिल पाता। इसलिए आने वाले लोकसभा चुनाव में हमने कांग्रेस को गठबंधन में शामिल नहीं किया है। इतना ही नहीं हमने आगे भी उन (कांग्रेस) जैसी अन्य किसी पार्टियों को शामिल नहीं करने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि 4 जनवरी को हमने दिल्ली में बैठकर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर समन्वय किया। जिसकी भनक लगते ही अखिलेश का नाम जानबूझकर सीबीआई (CBI) में घसीटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन से गुरू चेले (शाह-मोदी) की नींद उड़ने वाली है। साथ ही उन्होंने इसे ऐतिहासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया।
मायावती का अपमान मेरा अपमान: अखिलेश
इस दौरान अखिलेश यादव ने सबसे पहले मायावती को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के 5 साल के शासन में सब पर अत्याचार हुआ है। बीजेपी ने एक सूत्र में बांधने के बजाय बांटने का काम किया है। अस्पताल में इलाज से पहले जाति पूछी जा रही है। थाने में पीड़ित से जाति पूछकर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। केंद्र की नीतियों से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। प्रदेश में अपराध के चलते लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। पूरे देश में आरजकता का मौहाल व्याप्त है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का विनाश करने के लिए सपा और बसपा का मिलना जरूरी था। हमने यही कहा था कि इस गठबंधन के लिए अगर हमको दो कदम पीछे हटना पड़े तो हमको मंजूर है। अब सपा-बसपा मिलकर बीजेपी का सफाया करेंगे। बीजेपी के लोग जान लें आज से अगर मायावती जी का अपमान होता है तो वो मेरा अपमान होगा। मायावती जी का सम्मान ही मेरा सम्मान है।