Edited By Ruby,Updated: 23 Apr, 2019 06:03 PM
लखीमपुर खीरीः समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी 23 मई को सपा और बसपा की दोस्ती टूट जाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दावे पर पलटवार करते हुए कहा कि उस दिन यह दोस्ती नहीं, बल्कि भाजपा का गुरूर टूटेगा। अखिलेश ने खीरी और धौरहरा सीट...
लखीमपुर खीरीः समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी 23 मई को सपा और बसपा की दोस्ती टूट जाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दावे पर पलटवार करते हुए कहा कि उस दिन यह दोस्ती नहीं, बल्कि भाजपा का गुरूर टूटेगा। अखिलेश ने खीरी और धौरहरा सीट से सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में कहा ''अगली 23 मई को हमारा गठबंधन नहीं, बल्कि भाजपा का अहंकार टूटेगा।''
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने गत शनिवार को एटा में अपनी रैली में कहा था कि आपस में गठबंधन करके चुनाव लड़ रही सपा और बसपा की 'फर्जी' दोस्ती 23 मई को लोकसभा चुनाव परिणाम आने के दिन टूट जाएगी। अखिलेश ने भाजपा द्वारा उठाये जा रहे मुद्दों पर सवाल करते हुए कहा ''भाजपा कहती है कि उसकी वजह से देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, जबकि सचाई यह है कि हमारी सरहदें हमारे वीर जवानों की वजह से सुरक्षित हैं।'' उन्होंने कहा कि भाजपा हर चीज को राजनीति में घसीट रही है। यहां तक कि राष्ट्रीय सुरक्षा को भी।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है, जिसकी वजह से अभूतपूर्व बेरोजगारी फैली है। भाजपा ने अपना भविष्य सजाने के लिए देश के मुस्तक़बिल को अंधेरे में धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सपा-बसपा-रालोद महागठबंधन को 'महा मिलावट' कहते हैं। अगर तीन पार्टियों का गठबंधन महा मिलावट है तो भाजपा के बनाए 38 दलों के गठजोड़ को क्या नाम दिया जाए।