Edited By Ruby,Updated: 28 Dec, 2018 05:50 PM
विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुंभ के लिए किन्नर अखाड़ा की देवत्त यात्रा में शामिल होने के निमंत्रण को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अस्वीकार कर दिया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने बताया कि किन्नर अखाड़ा के...
प्रयागराजः विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुंभ के लिए किन्नर अखाड़ा की देवत्त यात्रा में शामिल होने के निमंत्रण को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अस्वीकार कर दिया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने बताया कि किन्नर अखाड़ा के अध्यक्ष का आमत्रंण स्वीकार कर लिया है, लेकिन अखाड़ा परिषद देवत्त यात्रा में शामिल नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि किन्नरों के अलग अखाड़ा की धार्मिक, सामाजिक एवं प्रशासनिक मान्यता नहीं है। वह किन्नर सन्यासियों का सम्मान करते हैं। अखाड़ा के नाम पर होने वाले किसी भी आयोजन में शिरकत नहीं करेंगे। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने तीन दिन पहले अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी को 6 जनवरी को निकलने वाली देवत्त यात्रा में शामिल होने के लिए उनके मठ बाघंबरी गद्दी जाकर आमंत्रण पत्र दिया था। उन्होंने बताया कि किन्नर अखाड़ा प्रयागराज में महाशिवरात्रि तक झूंसी में सेक्टर 12 स्थित शिविर में रहेगा।