Edited By Ruby,Updated: 20 Mar, 2019 11:25 AM
नोएडाः उत्तर प्रदेश में भाजपा के एक नेता ने अपने बेटे से रिश्ता इसलिए तोड़ दिया क्योंकि उन्हें कांग्रेस ने यहां से लोकसभा का टिकट दिया है। भाजपा नेता ने कहा कि विपक्षी पार्टी ने उनके परिवार में ‘राजनीतिक मतभेदों’ का फायदा उठाया है। कांग्रेस ने शनिवार
नोएडाः उत्तर प्रदेश में भाजपा के एक नेता ने अपने बेटे से रिश्ता इसलिए तोड़ दिया क्योंकि उन्हें कांग्रेस ने यहां से लोकसभा का टिकट दिया है। भाजपा नेता ने कहा कि विपक्षी पार्टी ने उनके परिवार में ‘राजनीतिक मतभेदों’ का फायदा उठाया है। कांग्रेस ने शनिवार को गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से भाजपा एमएलसी जयवीर सिंह के बेटे अरविंद कुमार सिंह की उम्मीदवारी का ऐलान किया। इस सीट से फिलहाल केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा सांसद हैं।
समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी पहले ही सतवीर नागर को इस सीट से उम्मीदवार बना चुकी है। भाजपा ने अबतक अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया। सत्रह मार्च को फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में जयवीर सिंह ने कहा कि उनकी पत्नी राज कुमारी चौहान, उनके तीनों बेटे, एक भतीजा भाजपा के प्रति ‘पूरी तरह से वफादार’ हैं और पार्टी तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक नीतियों के प्रति प्रतिबद्ध हैं। एमएलसी ने कहा, ‘‘ मेरे बेटे अरविंद कुमार सिंह ने दो साल पहले अपनी शादी के बाद अलग विचारधारा व्यक्त करना शुरू कर दी और परिवार से अलग रहना शुरू कर दिया।’’
उन्होंने कहा कि वह 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे। अरविंद ने भाजपा का विरोध किया था और पार्टी की सदस्यता नहीं ली थी। जयवीर बारौली से बसपा के विधायक रह चुके हैं। उन्होंने कहा,‘‘ लिहाजा, उन्हें (नोएडा अंतरराष्ट्रीय) विश्वविद्यालय के चांसलर के पद से मुक्त कर दिया गया। अब उनके साथ सभी सामाजिक और राजनीतिक रिश्ते खत्म किए जाते हैं।’’जयवीर सिंह ने कहा, ‘‘ मेरे परिवार में राजनीतिक मतभेदों का फायदा उठाते हुए कांग्रेस ने यह रणनीतिक कदम उठाया और राजनीतिक साजिश रची। जयवीर की पत्नी राज कुमारी चौहान 2009 से 2014 तक बसपा से अलीगढ़ से लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं। कई बार संपर्क करने पर भी अरविंद कुमार सिंह से संपर्क नहीं हो पाया।