Edited By Ramkesh,Updated: 05 May, 2020 04:26 PM
योगी सरकार जब से सत्ता में आई है तब से कानून व्यवस्था को सख्त करने एवं फर्जीवाड़ा करने वालों को सलाख़ों के पीछे भेजने का काम कर रही है।
आगरा: योगी सरकार जब से सत्ता में आई है तब से कानून व्यवस्था को सख्त करने एवं फर्जीवाड़ा करने वालों को सलाख़ों के पीछे भेजने का काम कर रही है। शिक्षा व्यवस्था में सुधार करनेें के लिए प्रयास कर रहीं है। इसी बीच सरकार ने शिक्षक भर्ती में हुए फर्जीवाड़े की भी जांच के आदेश दिए थे। कई जिले में फर्जी सहायक अध्यापक की न्यूक्ति भी रद्द की गई है। अब वहीं आगरा से फर्जी सहायक अध्यापक पकड़े गये है। आगरा बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 54 शिक्षकों की सूची जारी की है। इनके वेतन को भी रोक दिया है।
बता दें कि डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर इन लोगों ने नौकरी को हथिया लिया था। मामले की जांच की गई तो ये दोषी पाएं गए। शिक्षा विभाग ने शिकंजा कसते हुए इनके वेतन को रोक दिया है।
बीएसए राजीव कुमार ने बताया कि बीएड सत्र 2004-05 फर्जीवाड़े में विशेष जांच दल (एसआईटी) की ओर से तैयार की गई सूची में टेम्पर्ड प्रमाणपत्र वाले 54 शिक्षक चिन्हित किए गए हैं। मंगलवार को इन शिक्षकों की सूची जारी कर दी है। उच्च न्यायालय के आदेशानुसार इन शिक्षकों पर फिलहाल कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन वेतन रोक दिया गया है। प्रमाणपत्र सही पाए जाने पर ही वेतन जारी होगा।