Edited By Ajay kumar,Updated: 17 Jan, 2020 10:14 AM
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के निर्देश पर किसानों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने की द्दष्टि से प्रदेश के मण्डलायुक्त एवं...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के निर्देश पर किसानों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने की द्दष्टि से प्रदेश के मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारियों द्वारा 10 जनवरी को सभी जिलों के कुल 3741 उर्वरक व्यवसाय प्रतिष्ठानों पर आकस्मिक छापे मारे गये।
शाही ने गुरुवार को यहां बताया कि छापेमारी की कारर्वाई में कुल 1528 नमूने संग्रहित किये गये। निर्धारित गुणवत्ता के अनुरूप उर्वरक न/न पाये जाने के कारण 224 प्रतिष्ठानों के लाईसेंस निलम्बित किये गये जबकि 08 प्रतिष्ठानों के लाईसेंस निरस्त किये गये हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को पूर्ण पारदर्शिता के साथ उर्वरक मुहैया कराने एवं उर्वरक की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के द्दष्टिगत 09 जनवरी को प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को उर्वरक प्रतिष्ठानों पर आकस्मिक छापेमारी के निर्देश दिये गये थे।
कृषि मंत्री ने बताया कि विस्तृत रिपोटर् के अनुसार 04 उर्वरक प्रतिष्ठानों के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रथम सूचना रिपोटर् दर्ज करायी गयी है। इसके अतिरिक्त पां प्रतिष्ठानों को सील किया गया। साथ ही सात उर्वरक प्रतिष्ठानों पर उर्वरक की बिक्री प्रतिबन्धित की गयी। इसके साथ ही छापेमारी की कार्यवाही में 334 उर्वरक प्रतिष्ठानों को चेतावनी जारी की गयी है, जबकि 61 को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूर्ण पारदर्शिता के साथ किसानों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक मुहैया कराने के लिये द्दढ़ संकल्पित है। कहीं भी यूरिया खाद की कोई कमी नहीं है।
शाही ने कहा कि किसी भी जनपद में उर्वरक की कमी के कारण कोई कठिनाई नहीं होने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है तथा इसी के मद्देनजर किसानों को खाद की उपलब्धता भी सुनिश्चित करा रही है।