Edited By Umakant yadav,Updated: 05 Jun, 2020 04:14 PM
उत्तर प्रदेश के हाथरस में पशुओं को गलाघोंटू, खुरपका जैसी गंभीर बीमारियों से मुक्ति दिलाने के लिए टैंगिग की शुरूआत की गई है। यहां अब पशुओं के भी आधार कार्ड जारी किए जा रहे हैं। जिसमें सभी पशुओं के कान में विशिष्ट पहचान...
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में पशुओं को गलाघोंटू, खुरपका जैसी गंभीर बीमारियों से मुक्ति दिलाने के लिए टैंगिग की शुरूआत की गई है। यहां अब पशुओं के भी आधार कार्ड जारी किए जा रहे हैं। जिसमें सभी पशुओं के कान में विशिष्ट पहचान संख्या के टैग डाले जाएंगे जो देशभर में एक ही जानवर को दी जाएगी। इस टैग पर अंकित कोड के माध्यम से पशु मालिक का पूरा ब्यौरा कम्प्यूटर में दर्ज किया जाएगा।
पशुओं का किया जाएगा नि:शुल्क टीकाकरण
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गत वर्ष राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मुख्य उप पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी गोयल ने इसकी शुरूआत की है। सादाबाद ब्लॉक की 51 ग्राम पंचायतों में घर-घर जाकर पशुओं के कान में प्लास्टिक का टैग लगाया जा रहा है, जिस पर 12 अंकों की एक विशिष्ट पहचान संख्या अंकित है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के तहत पशुओं को खुरपका, मुंह पका एवं ब्रूसेलोसिस से बचाव हेतु नि:शुल्क टीकाकरण किया जाएगा।
इनाफ पोर्टल पर अपलोड करने का दिया जा रहा प्रशिक्षण
हाथरस की हर ग्राम सभा से 2 व्यक्तियों का चयन वैक्सीनेटर एवं सहायक के रूप में किया गया है। यह चयनित व्यक्ति वैक्सीनेटर एवं सहायक अपनी-अपनी ग्रामसभा के सभी पशुओं को यह विशिष्ट पहचान संख्या वाले टैग लगाएंगे। वहीं पशुधन प्रसार अधिकारी नेहा शर्मा द्वारा टैग लगाने और उनके अनुसार विवरण इनाफ पोर्टल पर अपलोड करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।