Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Apr, 2019 05:48 PM
झांसी रेलवे स्टेशन पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब जहरीले लडडू खाने से एक दर्जन बेहोश हो गए। लोगों के बेहोश देख रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। उन्हें तत्काल मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया। अस्पताल में लोगों का उपचार चल रहा है। फिलहाल सभी लोग खतरे से...
झांसीः झांसी रेलवे स्टेशन पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब जहरीले लडडू खाने से एक दर्जन बेहोश हो गए। लोगों के बेहोश देख रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। उन्हें तत्काल मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया। अस्पताल में लोगों का उपचार चल रहा है। फिलहाल सभी लोग खतरे से बाहर हैं।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुरैना से ललितपुर जा रहे सहारिया जाति के लोगों को रविवार की रात
चलती ट्रेन में जहरखुरान ने अपना शिकार बना लिया। पीड़ित कल्याण ने बताया कि हम सभी लोग मुरैना से मजदूरी कर अपने घर ललितपुर लौट रहे थे। इस दौरान एक व्यक्ति से मुलाकात हुई। जिसने बातों के झांसा देकर जहरीले लडडू सभी लोगों को बांट दिए। लडडू खाने के बाद सभी लोग बेहोश होने लगे। रात का वक्त था सो पहले तो जहरखुरान की हरकत का एहसास नहीं हुआ। जब सभी लोगों को उल्टियां शुरू हो गयी तब ग्वालियर के पास सभी लोग एक जगह एकत्रित हो गए। इसके बाद झांसी जीआरपी को सूचना देकर सभी को उतारा गया और मेडिकल काॅलेज लाया गया।
जहरखुरानी का शिकार हुए दर्जन लोग
इन सारी बातों को जानकारी मिलने पर मेडिकल काॅलेज पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने बताया कि ये मामला मानव अंग तस्करी से जुड़ा हुआ लगता है। प्रदेश में योगी और देश में मोदी की सरकार देवताओं का जातिप्रमाण पत्र जारी करने में लगी हुई है। जबकि इस तरह के गिरोह पर कोई ध्यान नहीं है। जिसकी वजह से इतने लोग जहरखुरानी का शिकार हो गए। गनीमत रही कि वक्त रहते दो लोगों का होश रहा और उन्होंन इसकी जानकारी जीआरपी को दी। अन्यथा मानव अंग तस्करी और बच्चियों को हैवानियत का शिकार बनाया जा सकता था।
पूर्व मंत्री प्रदीप जैन ने लिया संज्ञान
इस मामले के सामने आने के बाद से सभी लोग सकते में आ गए है। हालांकि पूर्व मंत्री प्रदीप जैन ने अपने साथी विवेक बाजपेयी, अखिलेश गुरुदेव, रवि दुबे, विनोद जैन, इम्तियाज हुसैन, शिरोमणि जैन, विनय उपाध्याय आदि ने पहले तो पीड़ितों को खाना खिलाया और बाद में अपने निजी वाहनों और एम्बुलेंस के माध्यम से उन्हें अपने गंतव्य की ओर से भेज दिया है।