Edited By Ajay kumar,Updated: 28 Aug, 2019 10:53 AM
प्रदेशभर से आये हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों ने 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने योगी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आज शांतिपूर्ण धरना दे रहे हैं।
लखनऊ: प्रदेशभर से आये हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों ने 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने योगी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आज शांतिपूर्ण धरना दे रहे हैं। यदि सरकार हम सभी की मांगों पर सुनवाई नहीं करेगी तो आगे अनावरण धरना करने को बाध्य होंगे। वहीं प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात भी किया गया है।
प्रदर्शन में शामिल अभर्थियों ने बताया कि यूपी सरकार ने 60-65 के कटऑफ से 69000 शिक्षक भर्ती निकाली थी। जिसकी परीक्षा पूर्ण हो चुकी है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत हम छात्र उत्तीर्ण भी हो चुके हैं लेकिन मामला उच्च न्यायालय में होने की वजह से हम सभी की नियुक्त नहीं हो पा रही है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद सरकार अपना पक्ष नहीं रख रही है जिसकी वजह से पिछले आठ महीने से कोर्ट का चक्कर लगाया जा रहा है। अब हमलोग पुरी तरह से परेशान हो चुके हैं। इसी वजह से आज हम प्रदर्शन कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
सरकार ने 1 दिसम्बर 2018 को प्रदेश में 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रकिया प्रारम्भ की थी। इसके लिए 6 जनवरी 2019 को लिखित परीक्षा हुई। बाद में 7 जनवरी को सरकार ने सामान्य वर्ग के लिए 65 व ओबीसी के लिए 60 प्रतिशत क्वालिफाइंग माक्र्स तय कर दिए थे। सरकार के इसी निर्णय को याचियों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। तबसे ये मामला उच्च न्यायालय में लंबित चल रहा है, जिसमें राज्य सरकार के महाधिवक्ता (एजी) को सरकार का पक्ष रखने लिए आबद्ध किया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि विगत कई तारीखों पर बार बार महाधिवक्ता की अनुपस्थिति के कारण तारीख आगे खिंचती जा रही है। इस वजह से हम सभी अभ्यर्थी परीक्षा को पास करने के बावजूद विगत आठ माह से मानसिक रूप से लगातार प्रताडि़त हो रहे हैं। योग्यता रखने के बावजूद हम सभी को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है।