Edited By Deepika Rajput,Updated: 23 Jun, 2019 12:50 PM
सतर्कता अधिष्ठान ने लोकायुक्त की रिपोर्ट के आधार पर मायावती शासनकाल के 45 कर्मियों की भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति की जांच शुरू कर दी है।
लखनऊः सतर्कता अधिष्ठान ने लोकायुक्त की रिपोर्ट के आधार पर मायावती शासनकाल के 45 कर्मियों की भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में खनन विभाग के उन 45 कर्मियों का कच्चा चिट्ठा है, जिन्होंने स्मारकों के निर्माण में नियमों को दरकिनार करते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया और राज्य सरकार के राजस्व को हानि पहुंचाई। इनमें विभाग के लिपिक, वरिष्ठ लिपिक और निरीक्षक स्तर के कर्मी शामिल हैं।
बता दें कि, सतर्कता अधिष्ठान मायावती के वर्ष 2007-2012 के शासनकाल के दौरान बने करोड़ों के स्मारकों में घोटालों की भी जांच कर रहा है। उस दौरान लगभग 2600 करोड़ रुपये की लागत से स्मारक, पार्क और मूर्तियां बनवाई गई थीं।