Edited By Anil Kapoor,Updated: 14 Jul, 2019 12:52 PM
रोहित सांडू की फरारी माफिया डॉन सुशील मूंछ पर हमला करवाने के लिए करवाई गई थी। सांडू की फरारी में 1 लाख के ईनामी बदमाश रहे भूपेंद्र बावर का हाथ था। पुलिस ने भूपेंद्र बावर को मेरठ जनपद के सरूरपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है।
मुजफ्फरनगर: रोहित सांडू की फरारी माफिया डॉन सुशील मूंछ पर हमला करवाने के लिए करवाई गई थी। सांडू की फरारी में 1 लाख के ईनामी बदमाश रहे भूपेंद्र बावर का हाथ था। पुलिस ने भूपेंद्र बावर को मेरठ जनपद के सरूरपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में 3 अन्य शूटरों की भी गिरफ्तारी हुई है। गत 2 जुलाई को मुजफ्फरनगर कचहरी से पेशी के बाद पुलिस पार्टी द्वारा वापस मिर्जापुर जेल ले जाए जा रहे रोहित सांडू को उसके साथी जानसठ के सालारपुर स्थित एक ढाबे से छुड़ा ले गए थे। बदमाशों ने एक दारोगा दुर्ग विजय सिंह को भी गोली मार दी थी, जिसकी दिल्ली में इलाज दौरान मौत हो गई थी।
एसएसपी अभिषेक यादव और एसपी सिटी सतपाल अंतिल ने संयुक्त रूप से पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि जानसठ पुलिस ने सांडू की फरारी के मामले में माफिया भूपेन्द्र बाफर निवासी जानी मेरठ, संजय निवासी सकौती, अक्षित निवासी बसेडा तथा रवि राठी निवासी सोंटा को गिरफ्तार किया है। इनसे की गई पूछताछ में सामने आया है कि रोहित सांडू को भूपेन्द्र बाफर ने सुशील मूंछ पर हमला करने के लिए रिहा करवाया था।
सांडू को छुड़ाने में प्रयोग की गई कार हरियाणा से लूटी गई थी। एसएसपी ने बताया कि सांडू की फरारी के समय उसका एक साथी शुभम भी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया था। इस घटना के बाद पुलिस ने रोहित सांडू को पकड़ने के लिए सर्विलांस का भी सहारा लिया तथा वारदात के समय व रोहित सांडू की पेशी के दौरान उसके आसपास सक्रिय रहे मोबाइल नम्बरों की डिटेल भी खंगाली और कई लोगों के नम्बरों को सर्विलांस पर भी लिया। पुलिस को सर्विलांस के सहारे मामले का खुलासा होने की पूरी उम्मीद थी लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली।
रोहित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग कई टीमों का गठन किया गया था। पुलिस ने रोहित सांडू की पैरोकारी करने के अलावा उन लोगों पर भी शिकंजा कसा, जो उससे जेल में मुलाकात करते रहे हैं। रोहित सांडू की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच के अलावा पुलिस की 4 टीमों का गठन किया गया था। इस सारी कसरत के बाद रोहित सांडू को भगाने वाले गैंग को पुलिस गिरफ्तार करने में सफल हुई है।