Edited By Anil Kapoor,Updated: 21 Jul, 2018 08:56 AM
नोटबंदी दौरान बड़ा घपला हुआ था। आयकर विभाग की टीम ने सर्च की कार्रवाई से पहले नोटबंदी के दौरान खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड चेक किए तो टीम के होश उड़ गए थे। 3 समूहों ने 123 करोड़ रुपए का सोना नोटबंदी के दौरान नकद बिक्री में दिखाया था।
आगरा: नोटबंदी दौरान बड़ा घपला हुआ था। आयकर विभाग की टीम ने सर्च की कार्रवाई से पहले नोटबंदी के दौरान खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड चेक किए तो टीम के होश उड़ गए थे। 3 समूहों ने 123 करोड़ रुपए का सोना नोटबंदी के दौरान नकद बिक्री में दिखाया था। दिलचस्प बात यह थी कि जिन 3 फर्मों ने सोने की बिक्री जिस फर्म को की गई दिखाई थी वह 2012 में ही बंद हो चुकी थी। आयकर की टीम द्वारा की जा रही जांच में बड़ा घपला खुलने की आशंकाएं हैं।
उल्लेखनीय है कि करीब 18 महीने पहले आयकर ने जब सर्वे किया था, तब बड़ी रकम सरेंडर की गई थी। आयकर विभाग की 2 साल के अंदर की गई कार्रवाई से शहर के 31 बुलियन कारोबारियों में खलबली मची हुई है। आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो सट्टा किंग श्याम बोहरा के साथ कई बुलियन कारोबारियों के संबंध होने के पुख्ता सबूत मिले हैं। बड़ी मात्रा में सोना, चांदी और नकदी भी आयकर विभाग ने बरामद की है। स्टेट बैंक के स्ट्रांग रूम में इसे रखने के लिए व्यवस्था की जा सकती है।
300 से अधिक अधिकारी जुटे जांच में
आगरा सहित कई अन्य स्थानों पर 300 से अधिक आयकर अधिकारी पिछले 28 घंटे से सर्च में जुटे हुए हैं। 31 प्रतिष्ठानों में से आगरा, मथुरा, दिल्ली और मुंबई सहित 24 जगह पर सर्च और 7 जगह पर सर्वे की कार्रवाई चल रही है। आयकर विभाग को करोड़ों की अघोषित आय मिलने का अनुमान है। प्रधान आयकर निदेशक जांच अमरेंद्र कु मार के निर्देशन में और संयुक्त निदेशक जांच तरुण कु शवाह की निगरानी में 31 टीमों ने गुरुवार सुबह 8 बजे एक साथ आगरा में बुलियन कारोबारी सुशीला चौहान, अजय अवागढ़ और मथुरा के नीरज अग्रवाल (आर.एस. बुलियन) की फर्मों पर छापे मारे थे। आगरा में चौबे जी का फाटक, मोती कटरा स्थित आवास मथुरा में आर.एस. बुलियन के प्रतिष्ठान, इन फ र्मों के मुंबई और दिल्ली के प्रतिष्ठानों पर सर्च और सर्वे की कार्रवाई चल रही है।